चीन हथियार खरीदी में छोटे-छोटे देशों से पीछे, फिर भी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्मी कैसे?
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चीन हथियार खरीदी में छोटे-छोटे देशों से पीछे, फिर भी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्मी कैसे?

China weapons Report in SIPRI: चीनी का हथियार आया पहले के मुकाबले काफी गिर गया है, फिर भी चीनी की PLA दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्मी है. SIPRI की रिपोर्ट बताती है कि चीन ने बीते 5 साल में विश्व के कुल हथियारों में से 1.8% ही खरीदे हैं

चीन हथियार खरीदी में छोटे-छोटे देशों से पीछे, फिर भी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्मी कैसे?

China weapons Report in SIPRI: चीन के पास दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्मी है. ग्लोबल फायर इंडेक्स में चीन की People's Liberation Army टॉप 3 में शामिल है. सेना को ताकतवर बनाने के लिए हथियारों की अधिकता और मजबूती होना भी जरूरी है. लेकिन स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट बताती है कि चीन हथियार खरीदी में 16वें नंबर पर है. अब सवाल येउठता है कि इतने कम हथियार खरीदने के बावजूद चीन के पास तीसरी सबसे बड़ी आर्मी है?

  1. हथियार आयात में चीन पिछड़ा
  2. SIPRI लिस्ट में 16वें नंबर पर

SIPRI की रिपोर्ट में क्या सामने आया?
SIPRI की रिपोर्ट बताती है कि बीते पांच साल (2020-2024) के बीच चीन ने विश्व के कुल हथियारों में से 1.8% ही खरीदे हैं. जबकि 2015 से 2019 के बीच चीन ने विश्व के कुल हथियारों में से 5.1% खरीदे थे. SIPRI की रिपोर्ट कहती है कि पिछले पांच सालों में चीन के हथियारों के आयात में करीब दो-तिहाई की कमी आई है. 

चीन स्वदेशी हथियारों पर बढ़ा रहा निर्भरता
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट बताती है चीन ने अपनी तकनीक को इतना बेहतर कर लिया है कि अब वह हाई-टेक हथियार, जैसे कि लड़ाकू विमान, ड्रोन, और मिसाइल सिस्टम, खुद ही बना पाने में सक्षम है. पहले चीन रूस और अन्य देशों से हथियार खरीदता था. खासकर लड़ाकू विमानों के इंजन और दूसरी बड़ी मशीनरी खरीदी जाती थी. लेकिन अब चीन ने अपने यहां बने जे-20 जैसे स्टील्थ लड़ाकू विमान और दूसरे आधुनिक हथियारों को इस्तेमाल शुरू कर दिया है.ये कहा जा सकता है कि चीन के स्वदेशी हथियार विदेशी हथियारों की जगह ले रहे हैं

चीन की आर्मी कैसे तीसरे नंबर पर?
साल 2025 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स में चीन की सेना तीसरे नंबर पर है. इस रैंकिंग में चीन का स्कोर 0.0788 है. चीन ने हथियार पर आत्मनिर्भरता बढ़ा रहा है. इसके अलावा, अपना रक्षा बजट भी खूब रखा है. इसी के आधार पर चीन अपने खुद के हथियार बनाएगा. चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने हाल ही में चीन की संसद में ड्राफ्ट बजट रिपोर्ट पेश किया. इस साल के लिए चीन ने रक्षा खर्च 1.784665 खरब युआन (लगभग 249 अरब डॉलर) रखा है. चीन ने पिछले साल रक्षा बजट को 7.2% बढ़ाकर करीब 232 अरब डॉलर कर दिया था. चीन का रक्षा खर्च भारत के रक्षा बजट 78.8 अरब अमेरिकी डॉलर से तीन गुना ज्यादा है.

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रौनक भैड़ा

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