हिमाचल में भारी बारिश जारी है, जिससे आवश्यक सार्वजनिक सेवाएं ठप हो गई हैं. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, सोमवार सुबह 10 बजे तक कुल 468 सड़कें अवरुद्ध हैं, 676 जलापूर्ति योजनाएँ बाधित हैं, और 1,199 वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) काम नहीं कर रहे हैं.
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Himachal Monsoon: हिमाचल प्रदेश में मूसलधार बारिश का कहर लगातार जारी है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के मुताबिक, सोमवार सुबह 10 बजे तक प्रदेश में 468 सड़कें बंद, 676 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित और 1,199 पावर ट्रांसफार्मर ठप हो चुके हैं.
20 जून से अब तक 125 लोगों की मौत
मॉनसून सीजन में अब तक 125 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 70 लोगों की मौत भूस्खलन, फ्लैश फ्लड, करंट लगने और इमारत ढहने जैसी बारिश से जुड़ी घटनाओं में हुई है, जबकि 55 मौतें सड़क हादसों में दर्ज की गई हैं. फिसलन भरी सड़कों और धुंध के कारण दुर्घटनाएं बढ़ी हैं.
मंडी, कांगड़ा, कुल्लू और चंबा सबसे ज्यादा प्रभावित
जिला मंडी में 310 सड़कें बंद हैं और 390 ट्रांसफार्मर खराब हो चुके हैं. कांगड़ा जिले में सबसे ज्यादा 595 जल योजनाएं प्रभावित हुई हैं. कुल्लू में 33 सड़कें और 111 ट्रांसफार्मर, वहीं चंबा में 39 सड़कें और 214 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं.
राज्यभर में रेस्क्यू और बहाली कार्य जारी
SDMA ने जानकारी दी है कि PWD, जल शक्ति और बिजली विभाग की टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं. हालांकि, लगातार हो रही बारिश से मलबा हटाने और मरम्मत कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं.
शिमला में पेड़ गिरा, वाहन क्षतिग्रस्त
राजधानी शिमला के संजौली क्षेत्र में तेज बारिश के चलते एक बड़ा पेड़ गिर गया, जिससे एक वाहन को भारी नुकसान पहुंचा. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर पेड़ हटाने का कार्य कर रही है.
वन रक्षक महेंद्र ठाकुर ने बताया, "रात से लगातार बारिश हो रही है. जैसे ही सूचना मिली, हमारी टीम मौके पर पहुंच गई. शिमला नगर निगम क्षेत्र में हमारी टीमें सतर्क हैं क्योंकि इस मौसम में पेड़ गिरने की घटनाएं आम हैं."
वहीं पीड़ित स्थानीय निवासी बाबलू ने कहा, "पेड़ गिरने से मेरी गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. अभी तक कोई प्रशासनिक मदद नहीं मिली है. हम काफी परेशान हैं."
यात्रियों को सतर्कता बरतने की सलाह
अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे बेवजह यात्रा से बचें, खासकर उन क्षेत्रों में जो भूस्खलन और पेड़ गिरने की घटनाओं के लिए संवेदनशील हैं. IMD ने आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
दो नेशनल हाईवे बंद
NH-21 और NH-154 समेत दो राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात ठप है, जिससे राहत और बचाव कार्य और अधिक जटिल हो गए हैं. राज्य प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत व पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा रही है.