Sambhal Shahi Jama Masjid: 24 नवंबर, 2024 को मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वे के बाद मस्जिद की उत्पत्ति को लेकर विवाद बढ़ गया. सर्वेक्षण के कारण हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें चार लोगों की जान चली गई, जिससे संवेदनशील धार्मिक और ऐतिहासिक विवाद और भी गहरा गया.
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Sambhal Shahi Jama Masjid: इलाहाबाद हाईकोर्ट आज यानी 4 मार्च को संभल स्थित शाही जामा मस्जिद से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करेगा. इस मामले ने काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस पर सुबह 10 बजे जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की बेंच सुनवाई करेगी. मस्जिद प्रबंधन समिति ने रमजान से पहले मस्जिद परिसर की सफेदी कराने की इजाजत के लिए याचिका दायर की है.
इस मामले पर हाल के महीनों में काफी बहस हुई है. आज की सुनवाई के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम मस्जिद की साफ-सफाई पर रिपोर्ट पेश करेगी. इससे पहले कोर्ट ने एएसआई को मस्जिद का निरीक्षण कर साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था. इसके अलावा मस्जिद समिति के कानूनी प्रतिनिधि एएसआई की रिपोर्ट के जवाब में जवाब दाखिल करेंगे.
हाईकोर्ट ने दिया था सफाई का आदेश
मस्जिद प्रबंधन समिति की याचिका पर कोर्ट ने शुक्रवार को निर्देश जारी कर एएसआई को शाही जामा मस्जिद परिसर की सफाई कराने का निर्देश दिया था, लेकिन रमजान से पहले मस्जिद की सफेदी कराने का आदेश नहीं दिया था. कोर्ट ने एएसआई को मस्जिद का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए तीन अधिकारियों की टीम नियुक्त करने का भी आदेश दिया था. यह मामला कानूनी, ऐतिहासिक और सांप्रदायिक चर्चाओं का केंद्र बिंदु बना हुआ है, जिसके समाधान से क्षेत्र की धार्मिक गतिशीलता और इसके कानूनी परिदृश्य दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है.
शाही जामा मस्जिद को बताया हरिहर मंदिर
स्थानीय समुदाय और कानूनी पर्यवेक्षक दोनों ही घटनाक्रमों पर बारीकी से नज़र रखेंगे. मस्जिद को लेकर विवाद इस दावे से उपजा है कि शाही जामा मस्जिद का निर्माण ऐतिहासिक हरिहर मंदिर के विध्वंस के बाद किया गया था, जिसके बारे में कुछ लोगों का मानना है कि यह उसी स्थान पर स्थित था.
हिंसा में कम से कम 4 लोगों की मौत
गौरतलब है कि 24 नवंबर, 2024 को मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वे के बाद मस्जिद की उत्पत्ति को लेकर विवाद बढ़ गया. सर्वेक्षण के कारण हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें चार लोगों की जान चली गई, जिससे संवेदनशील धार्मिक और ऐतिहासिक विवाद और भी गहरा गया.