सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स के निशाने पर विक्रम मिस्री; बचाव में मैदान उतरे असदुद्दीन ओवैसी
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सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स के निशाने पर विक्रम मिस्री; बचाव में मैदान उतरे असदुद्दीन ओवैसी

Asaduddin Owaisi Statement: भारत-पाकिस्तान में कई दिनों से चल रहे तनाव पर शनिवार को सीजफायर के बाद कुछ हद तक ब्रेक लग गया. इसकी सूचना विदेश विक्रम मिस्री ने एक प्रेस ब्रीफिंग में दी. इसके बाद दक्षिणपंथी संगठन से ताल्लुक रखने वाले नेटीजंस विक्रम मिस्री पर भड़क गए.  अब विक्रम मिस्री का AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बचाव किया है.   

 

विक्रम मिस्री का AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने किया बचाव
विक्रम मिस्री का AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने किया बचाव

Vikram Misri Trolls after India Pakistan Ceasefire: पहलगाम हमले के खिलाफ भारतीय फौज ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, इस दौरान फौज ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया. पाकिस्तान के जरिये की गई नापाक हरकत का भारतीय फौज ने मुंहतोड़ जवाब दिया. इस दौरान प्रेस में फौज की कार्रवाई की जानकारी दाने वाले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने खूब सुर्खियां बटोरीं.

हालांकि, शनिवार (10 मई) को दोपहर बाद भारत-पाकिस्तान में सीजफायर के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री दक्षिणपंथी संगठनों के निशाने पर आ गए. इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रोफाइल को प्राइवेट कर प्रोटेक्ट कर दिया. सोशल मीडिया पर विक्रम मिस्री को निशाना बनाने वालों को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आड़े हाथों लिया. 

ओवैसी ने किया विक्रम मिस्री का बचाव

सोशल मीडिया पर हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार (11) को विदेश सचिव विक्रम मिस्री का बचाव किया.  सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट अपने संदेश में लिखा, "विक्रम मिस्री एक सभ्य, ईमानदार और मेहनती डिप्लोमेट हैं, वह हमारे देश के लिए बगैर थके काम कर रहे हैं." उन्होंने ट्रोलर्स पर निशाना साधते हुए कहा कि "हमें याद रखना चाहिए कि हमारे सिविल सर्वेंट कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं और उन्हें कार्यपालिका या हमारे वतन-ए-अजीज के सियासी कयादत के जरिये लिए गए फैसलों के लिए जिम्मेदार या दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए."

सीजफायर की ऐलान के बाद भड़के ट्रोलर्स

दरअसल, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद दक्षिण पंथी संगठनों के साथ अन्य ने सोशल मीडिया पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री को ट्रोल करने लगे. इतना ही नहीं ट्रोलर्स ने उनकी और उनके फैमिली की पुरानी फोटो निकाल कर ट्रोल करने लगे. परेशान होकर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अपना एक्स (पहले ट्विटर) अकाउंट को प्राइवेट कर लॉक कर दिया. विक्रम मिस्री सरकार की ओर से 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर की गई ब्रीफिंग्स में कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ सरकार का प्रमुख चेहरा थे.

दक्षिणपंथी संगठनों के निशाने पर मिस्री

विदेश सचिव विक्रम मिस्री को ट्रोलर्स के जरिये निशाना बनाए जाने की सूचना 'ऑल्ट न्यूज' के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने दी. जुबैर ने विक्रम मिस्री के एक्स का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए एक्स पर लिखा, "भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अब अपना एक्स अकाउंट प्रोटेक्ट कर दिया है." उन्होंने इसकी वजह बताते हुए लिखा, "दक्षिणपंथी ट्रोलर्स उनके पुराने फैमिली ट्वीट्स को निकालकर, उन्हें और उनकी फैमिली को गालियां दे रहे थे." मोहम्मद जुबैर के पोस्ट को रीट्वीट करते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी विक्रम मिस्री की बचाव किया.

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