Kota: SHO का मुस्लिम शख्स पर कहर; बाइक हटाने में नाकाम होने पर किया पीट-पीट कर बेहोश
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Kota: SHO का मुस्लिम शख्स पर कहर; बाइक हटाने में नाकाम होने पर किया पीट-पीट कर बेहोश

Kota Police Brutality: हालिया दिनों देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं. इसी तरह का एक मामला कोटा से सामने आया है, जहां मामूली बात एक थानाधिकारी इतना नाराज हुआ कि उसने एक मुस्लिम शख्स की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे वह बीच सड़क पर बेहोश हो गया. 

 

मुस्लिम शख्स के पुलिस ने पीट-पीटकर किया बेहोश
मुस्लिम शख्स के पुलिस ने पीट-पीटकर किया बेहोश

Kota News Today: राजस्थान के कोटा शहर में पुलिस की एक मुस्लिम नौजवान पर बर्बरता देखकर हर कोई सहम उठा. इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. यहां आरोपी थानेदार ने पीड़ित नौजवान से दूसरे की बाइक हटाने को कहा, लेकिन जब वह हटा नहीं पाया तो थानेदार भड़क गया और मुस्लिम नौजवान की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे वह मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़ा.

यह पूरा मामला कोटा शहर के कैथूनीपोल इलाके की बताई जा रही है. इतवार (29 मई) को जब रिजवान नाम के दुकानदार से थानाधिकारी पुष्पेंद्र बंसीवाल सड़क पर खड़ी किसी दूसरे शख्स की बाइक हटाने को लेकर विवाद हो गया.  दरअसल, रिजवान थानेदार के कहने पर बाइक नहीं हटा पाया. इस पर थानाधिकारी पुष्पेंद्र बंसीवाल का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. 

क्या है पूरा मामला?

रिजवान पेशे से एक अलमारी कारीगर है और कैथूनीपोल इलाके में उसकी एक दुकान है. उस दिन रिजवान की दुकान के बाहर किसी दूसरे शख्स की बाइक खड़ी थी. थानाधिकारी ने बाइक हटाने को कहा, इस पर रिजवान ने बताया कि वह बाइक उसकी नहीं है, लेकिन उसने हटाने में मदद करने की कोशिश की. मगर लॉक होने की वजह से बाइक हटाई नहीं जा सकी.

आरोप है कि इसी बात से नाराज थानाधिकारी ने सार्वजनिक रूप से रिजवान को थप्पड़ मारे और साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी उसकी बेरहमी से पिटाई की. मारपीट इतनी गंभीर थी कि रिजवान बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़ा. पीड़ित का कहना है कि उसके कान का हाल ही में ऑपरेशन हुआ था, इसके बावजूद पुलिस ने कोई रहम नहीं दिखाया.

थानाधिकारी ने दी सफाई

थानाधिकारी पुष्पेंद्र बंसीवाल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम को लेकर दुकानों के बाहर से सामान हटाने का निर्देश दिया गया था. उन्होंने दावा किया कि रिजवान ने पुलिस से बदसलूकी की, जिसके चलते उसे थाने ले जाया जा रहा था. इस घटना को लेकर रिजवान ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और लोकायुक्त को शिकायत भेजी है और कोर्ट में भी मुकदमा दायर किया है. 

एनडीटी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की गंभीरता को देखते हुए कोटा की पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने इसकी जांच डीएसपी राजेश टेलर को सौंपी है. डीएसपी राजेश टेलर मौके पर मौजूद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच करने में जुटे हैं. इस घटना के बाद कोटा में स्थानीय लोग पुलिस की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताई है और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. 

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