RSS चीफ के इस काम से गदगद हुए अबू आजमी, तारीफ की बांधी पुल; लेकिन BJP पर बिदक गए
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RSS चीफ के इस काम से गदगद हुए अबू आजमी, तारीफ की बांधी पुल; लेकिन BJP पर बिदक गए

Abu Asim Azmi on RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में मुस्लिम धर्मगुरुओं और बुद्धिजीवियों के साथ एक अहम बैठक की. इस मुलाकात के बाद सपा नेता और विधायक अबू आसिम आजमी इतने खुश हुए कि उन्होंने आरएसएस की खूब तारीफ की.

RSS चीफ के इस काम से गदगद हुए अबू आजमी, तारीफ की बांधी पुल; लेकिन BJP पर बिदक गए

Abu Asim Azmi on RSS: समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता और विधायक अबू आसिम आजमी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की सराहना की है. अबू आसिम आजमी ने कहा कि मैं समझता हूं कि RSS दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है और मुझे यह देखकर खुशी हुई कि इसके प्रमुख सभी धर्मों के नेताओं से मिल रहे हैं. 

सपा नेता ने कहा कि वह यह भी कहते हैं कि इस देश में रहने वाला हर व्यक्ति भारत का नागरिक है लेकिन, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या इसका मतलब यह है कि भाजपा इस विचारधारा से अलग है? अगर ऐसा है तो भाजपा के मंत्री अब भी यह क्यों कहते हैं कि यहां रहने के लिए मराठी में अजान करनी होगी?

'गाय के नाम पर हो रही है मुसलमानों की हत्या'
उन्होंने कहा कि गाय के नाम पर मुसलमानों को मारा जा रहा है, मस्जिदों से लाउडस्‍पीकर हटाया जा रहा है. इन मुद्दों पर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता खुलेआम परेशान कर रहे हैं. मोदी सरकार भागवत की बात नहीं सुनती है क्‍या? अगर मोहन भागवत सभी धर्मों के नेताओं की इज्‍जत करते हैं तो उनको भाजपा के उन नेताओं से बात करनी चाहिए और कहना चाहिए कि भाजपा नेता जो कर रहे हैं, वो नीति के खिलाफ है.

RSS के चीफ ने की थी बैठक
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में मुस्लिम धर्मगुरुओं और बुद्धिजीवियों के साथ एक अहम बैठक की. यह बैठक दिल्ली में हुई, जिसमें आपसी विश्वास, सद्भाव और सामाजिक समरसता पर चर्चा हुई. मुस्लिम पक्ष की ओर से इमाम संगठन के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी समेत कई धर्मगुरु मौजूद थे.

मोहन भागवत ने क्या कहा?
मोहन भागवत ने इस दौरान कहा था कि भारत सभी धर्मों और विचारों का सम्मान करता है और उसे "सबका साथ, सबका विकास" की भावना से आगे बढ़ना चाहिए. धर्मगुरुओं ने आपसी संवाद को बढ़ावा देने और समाज में नफरत कम करने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया. इस बैठक को सांप्रदायिक सद्भाव के लिए एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है.

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