Netanyahu ने बताया गाजा में जंग का असली मकसद; बंधकों की वापसी पर कही ये बात
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Netanyahu ने बताया गाजा में जंग का असली मकसद; बंधकों की वापसी पर कही ये बात

Netanyahu: इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू का कहना है कि वह हमास को खत्म करना चाहते हैं और बंधकों की वापसी चाहते हैं. हालांकि नेतन्याहू पर जनता इस जंग को रोकने का लगातार प्रेशर बना रही है.

Netanyahu ने बताया गाजा में जंग का असली मकसद; बंधकों की वापसी पर कही ये बात

Netanyahu: इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास को हराना इस जंग का अहम मकसद है, साथ ही गज़ा में बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाना भी ज़रूरी है. गुरुवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए गए भाषण में नेतन्याहू ने इस बात को कहा है.

क्या बोले इजराइली प्रधानमंत्री?

इजराइली प्राधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा,"हमारी इस जंग में कई टारगेट हैं. हम अपने सभी बंधकों को वापस लाना चाहते हैं. यह एक बहुत ज़रूरी लक्ष्य है. लेकिन इस युद्ध का सबसे बड़ा उद्देश्य है अपने दुश्मनों पर जीत हासिल करना." यह बयान नेतन्याहू के पिछले बयानों से थोड़ा अलग है, जहां वे बंधकों की वापसी और हमास को हराने को समान रूप से जरूरी बताते थे।

सीजफायर पर नहीं हो रही बातचीत

यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सीजफायर को लेकर बातचीत ठप पड़ी है, और दूसरी तरफ हर हफ्ते इज़राइल में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, ताकि बंधकों की वापसी के लिए युद्ध को रोका जाए. वहीं नेतन्याहू की सरकार में शामिल कट्टरपंथी गठबंधन के नेता चाहते हैं कि युद्ध जारी रहे.

होस्टेजेस एंड मिसिंग फैमिलीज फोरम, जो बंधकों के परिवारों का एक समूह है, ने कहा कि नेतन्याहू का ये बयान यह दिखाता है कि वह अपने दक्षिणपंथी सहयोगी बेज़लेल स्मोटरिच की लाइन पर चल रहे हैं, जो कहते हैं कि बंधकों की रिहाई सबसे जरूरी टारगेट नहीं है, और गज़ा को दोबारा कब्जे में लेने की मांग करते हैं.

इसी दिन जेरूसलम में एक दूसरे प्रोग्राम में, इज़राइली सेना के प्रमुख एयाल ज़ामीर ने कहा,"सेना हामास पर निर्णायक हमला करने के लिए पूरी तरह तैयार है. अगर जरूरत पड़ी, तो हम जल्द ही बड़ा कदम उठाएंगे."

आज होगी खास मीटिंग

इज़राइल की सेना की रेडियो रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू शुक्रवार को एक खास मीटिंग करने वाले हैं, जिसमें गज़ा में हवाई और ज़मीनी हमले को बढ़ाने पर चर्चा होगी. गौरतलब है कि आखिरी बार जनवरी में सीजफायर के दौरान बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों का आदान-प्रदान हुआ था. लेकिन इज़राइल ने मार्च में सीजफायर तोड़ दिया था और फिर से गज़ा में हमले शुरू कर दिए थे.

गाजा में 52 हजार से ज्यादा मौतें

गाज़ा की हेल्थ एजेंसियों के मुाबिक, इन नए हमलों में अब तक 2,326 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 6,050 घायल हुए हैं. अक्टूबर 2023 से शुरू हुए युद्ध में अब तक कुल 52,418 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1,18,091 घायल हुए हैं.

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