Dada Miya Urs 2025 in Ayodhya: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार मुस्लिम परंपराओं और धार्मिक स्थलों को निशाना बना रही है. हालिया दिनों बहराइच में सालार मसूद गाजी, बाराबंकी में सैयद शकील शाह बाबा के उर्स पर पाबंदी लगाने के बाद अयोध्या में आयोजित होने वाले 'दादा मियां के उर्स' पर भी पाबंदी लगा दी है.
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Ayodhya News Today: उत्तर प्रदेश में लगातार मुस्लिम परंपराओं, रीति रिवाजों के साथ उनके धार्मिक स्थलों, मदरसों और ईदगाहों को निशाना बनाया जा रहा है. प्रदेश की योगी सरकार ने अब तक कई मस्जिद, मदरसे, ईदगाह और ऐतिहासिक मजारों को ध्वस्त कर चुकी है. इतना ही नहीं अब मुस्लिम परंपराओं पर भी पूरी तरह पाबंदी लगाने की कोशिश की जा रही है.
हालिया दिनों बहराइच में सालार मसूद गाजी उर्स और बाराबंकी में सालों से आयोजित होने वाली सैयद शकील शाह बाबा के उर्स पर पाबंदी लगा दी है. वहीं, आज अयोध्या प्रशासन ने शांति व्यवस्था बिगड़ने की खुफिया जानकारी और कानून-व्यवस्था की बिगड़ने का हवाला देते हुए 'दादा मियां उर्स' के आयोजन पर भी रोक लगा दी है.
अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो दशकों से हर साल आयोजित होने वाला यह उर्स समारोह इस बार शनिवार और रविवार को होना था, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है. यह कार्रवाई विश्व हिंदू परिषद (VHP) की शिकायत के बाद की गई है. अयोध्या प्रशासन ने खानपुर मसोधा इलाके में स्थित दादा मियां मजार पर होने वाले सालाना उर्स की इजाजत रद्द कर दी है. वीएचपी की शिकायत पर बेवजह उर्स रद्द किए जाने पर प्रशासन के मंसूबों पर सवाल खड़े होने लगे हैं.
हिंदुस्तान में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय सदस्य लालजी शर्मा और सूर्यकांत पांडे ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई थी. उनकी शिकायत में आरोप लगाया गया था कि खानपुर मसोधा में "गाजी बाबा" के नाम पर एक सभा आयोजित की जा रही है. पुलिस ने कथित जांच के बाद दावा किया कि आयोजकों ने भले ही स्थानीय प्रशासन से 'दादा मियां उर्स' के नाम पर इजाजत ली थी, लेकिन वे 'गाजी बाबा उर्स' के नाम से रसीदें छपवाकर चंदा इकट्ठा कर रहे थे.
शिकायतकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि उर्स के दौरान आयोजकों के जरिये कुछ ऐसे मौलवियों को बुलाया जाता है जो कथित तौर पर "काला जादू" करते हैं और लोगों को "गुमराह" करते हैं. पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष तिवारी ने इस संबंध में बताया कि "उर्स दादा मियां के नाम पर दी गई इजाजत रद्द कर दी गई है, क्योंकि यह पता चला कि गाजी बाबा के नाम पर उर्स की योजना बनाई जा रही थी." फिलहाल, उर्स आयोजन समिति का कोई भी पदाधिकारी इस पूरे मामले पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है.