Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के संभल में हाल ही में रजा-ए मुस्तफा मस्जिद के खिलाफ प्रशास ने बुलडोरजर कार्रवाई किया है. इस घटना के बाद सियासत तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के एक मुस्लिम सांसद ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में कथित अवैध मस्जिदों और मदरसों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी है. इसी कड़ी में राजा-ए मुस्तफा मस्जिद को प्रशासन ने अवैध बताते हुए ध्वस्त कर दिया. इस घटना के बाद सूबे में राजनीति तेजा हो गई है. समाजवादी पार्टी के एक मुस्लिम सांसद ने बुलडोजर कार्रवाई को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सरकार और प्रशासन पर कई गंभीर आरोप भी लगए हैं.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के संभल में बिते 24 जून को रजा-ए मुस्तफा मस्जिद को प्रशासन ने अवैध बताते हुए धवस्त कर दिया. इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. सोशल मीडिया पर रजा-ए मुस्तफा मस्जिद की एक तस्वीर के साथ एक पोस्ट शेयर किया हैं, जिसमें उन्होंने मुस्तफा मस्जिद के खिलाफ कार्रवाई को मुसलमानों के हक, आस्था और भारत की संविधान की आत्मा पर एक चोट करार दिया है.
सांसद जिया उर रहमान बर्क ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बुलडोजर का इस्तेमाल एक खास वर्ग को कुचलने की साजिश है. उन्होंने पोस्ट में लिखा की वह पहले ही कहते आएं हैं कि बुलडोजर का इस्तेमाल इंसाफ के लिए नहीं बल्कि, एक खास वर्ग को कुचलने के लिए किया जा रहा है. उन्होंने लिखा की बुलडोजर कार्रवाई का सिलसिला अब मुस्लमानों की मस्जिदों, मकान और दुकानों तक पहुंच चुका हैं.
उन्होंने प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि ऐसे लाखों धार्मिक स्थल हैं जो सरकारी जमीन पर बनाए गए हैं या बिना नक्शा के बने हैं. क्या प्रशासन उन धार्मिक स्थलों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. साथ ही सांसद जिया उर रहमान ने बुलडोजर कार्रवाई को संविधान और न्यायपालिका का अपमान बताया है. उन्होंने कहा कि यूं ही अफसरशाही चलती रही, और सरकार खुद जज बनकर फैसले सुनाएगी तो फिर अदालतों की क्या काम रह जाएगी.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के संभल जिला के चंदौसी क्षेत्र में रजा ए मुस्तफा मस्जिद समेत 34 निजी मकानों को अवैध बताते हुए नोटिस जारी किया था. नोटिस में 20 दिनों का वक्त दिया गया था. नोटिस में दिए वक्त का खत्म होने के बाद संभल SDM विनय कुमार मिश्रा और CO अनुज चौधरी के मौजूदगी में मुस्तफा मस्जिद को धवस्त कर दिया गया.