नॉर्मल हो या तत्‍काल, हर हाल में म‍िलेगा कंफर्म ट‍िकट! रेलवे ने खोला राज-IRCTC से क्‍या फर्जीवाड़ा चल रहा था?
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नॉर्मल हो या तत्‍काल, हर हाल में म‍िलेगा कंफर्म ट‍िकट! रेलवे ने खोला राज-IRCTC से क्‍या फर्जीवाड़ा चल रहा था?

Railway Tickets: रेलवे अधिकारियों की तरफ से बताया गया क‍ि ध्‍यान देते हुए जनवरी से मई 2025 के बीच आईआरसीटीसी की करीब ढाई करोड़ यूजर आईडी को बंद क‍िया गया. इसके साथ ही 20 लाख आईडी की फ‍िर से जांच की जाएगी. 

नॉर्मल हो या तत्‍काल, हर हाल में म‍िलेगा कंफर्म ट‍िकट! रेलवे ने खोला राज-IRCTC से क्‍या फर्जीवाड़ा चल रहा था?

IRCTC Fake Login: अगर आप भी अक्‍सर ट्रेन से सफर करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, कई बार ऑनलाइन ट‍िकट बुक करने के दौरान शायद आपने भी यह नोट‍िस क‍िया हो क‍ि ट्रेन की तत्काल टिकट बुक‍िंग शुरू होते ही कुछ ही मिनट सीट कैसे खत्‍म हो जाती हैं. कई बार यात्रा से 60 दिन पहले भी बुक‍िंग के मामले में ऐसा ही होता है. लेक‍िन अब आपको इस तरह की परेशानी का  सामना नहीं करना पड़ेगा. जी हां, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) ने इस तरह की प्रॉब्‍लम के पीछे ज‍िम्‍मेदार लोगों का पता लगा ल‍िया है.

2.9 लाख संदिग्ध PNR का पता लगाया

पिछले पांच महीने के दौरान आईआरसीटीसी (IRCTC) ने करीब 2.9 लाख संदिग्ध PNR (यात्री नाम रिकॉर्ड) का पता लगाया है. ये वहीं ट‍िकट हैं जिनकी खरीद नॉर्मल और तत्काल कोटा दोनों में बुकिंग शुरू होने के महज पांच मिनट के अंदर की गई थी. इससे यह उम्‍मीद की जा रही है क‍ि टिकट्स की बड़े पैमाने पर ब्‍लैकमेल‍िंग की जा रही है. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस पर ध्‍यान देते हुए जनवरी से मई 2025 के बीच आईआरसीटीसी की करीब ढाई करोड़ यूजर आईडी को बंद कर दिया गया. इसके साथ ही 20 लाख आईडी की फ‍िर से जांच की जाएगी.

इस तरह के मामलों से सख्‍ती से न‍िपटा जाएगा
एक अधिकारी ने बताया क‍ि 134 शिकायतें नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर दर्ज की गईं और 6800 से ज्यादा डिस्पोजेबल ई-मेल डोमेन ब्लॉक किए गए. इस तरह की कार्रवाई आगे जारी रहेगी और इससे सख्‍ती से न‍िपटा जाएगा. फर्जी लोग डिस्पोजेबल ई-मेल आईडी का यूज करते थे. ये ईमेल अस्थायी होते हैं और इन्हें बार-बार या कुछ समय के ल‍िए यूज किया जाता है. जालसाज इन ई-मेल आईडी का यूज टिकट बुक करने और यात्रियों से ज्यादा पैसे वसूलने के लिए करते थे.

एंटी-बॉट सॉफ्टवेयर और मॉडर्न टेक्‍नोलॉजी को यूज क‍िया
रेलवे अध‍िकारी ने बताया क‍ि इसमें यात्रियों की गलती नहीं है क्योंकि पक्के टिकटों की कमी है. हम ट्रेनों की संख्या बढ़ा रहे हैं, खासकर त्‍योहारी और छुट्ट‍ियों के दौरान. IRCTC ने सिस्टम को बेहतर करने के लिए एंटी-बॉट सॉफ्टवेयर और आधुन‍िक टेक्‍नोलॉजी का यूज शुरू क‍िया है. इससे असली यात्रियों को आसानी से टिकट मिल सकेगा. आपको बता दें 22 मई 2025 को सुबह 10 बजे IRCTC की तरफ से एक मिनट के दौरान 31,814 टिकट बुक करने का रिकॉर्ड बनाया गया.

अधिकारी ने बताया क‍ि अक्टूबर 2024 से मई 2025 के बीच बुकिंग का सक्‍सेस रेज 43.1% से बढ़कर 62.2% हो गया है. उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी ट्रैवल प्लेटफॉर्म पक्के टिकट की गारंटी नहीं दे सकता, इसलिए लोगों को सावधान रहना चाहिए. कुछ बिजनेस-टू-कंज्यूमर (B2C) साइट्स प्रीमियम चार्ज लेती हैं और खास मामलों में तीन गुना रिफंड देती हैं. फिर भी इस तरह के मामलों से यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है. 

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