What are Bhairav and Rudra: पाकिस्तान और चीन के बढ़ते खतरों को देखते हुए भारत लगातार अपनी ताकत बढ़ाने में लगा है. अब भगवान शिव के दो अवतार ‘भैरव’ और ‘रुद्र’ दुश्मन खेमे में तांडव मचाने के लिए तैयार किए जा रहे हैं.
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Indian Army Bhairav and Rudra Brigades: भारतीय सेना अब सृष्टि के संहारक भगवान शिव की तरह खुद को घातक बनाने में लगी है. इसके लिए उसमें बदलावों का दौर लगातार जारी है. उसने ऐसी 2 खतरनाक ब्रिगेड का गठन किया है, जो दुश्मन के खेमे में कहर मचा सकती हैं. वो भारतीय सेना की ऐसी ब्रिगेड हैं, जिनका नामकरण भगवान शिव के दो आक्रामक रूप- रुद्र और भैरव के नाम पर किया गया है. ये नाम यूं ही नहीं रखा गया है, बल्कि इनकी शौर्य शक्ति ऐसी होगी कि इन ब्रिगेड के नाम से ही सरहद पर दुश्मनों की सेना कांप उठेगी. जैसे भगवान शिव के रुद्र रूप से तीनों लोक कांप उठे थे, जैसे काल भैरव का नाम सुनते ही सुर-असुर सब थर्रा उठते थे, उसी तर्ज पर तैयार की गई है भारती सेना की ये दो नई ब्रिगेड. आज की स्पेशल रिपोर्ट में हम आपको देश के जाने माने सेना और युद्ध विशेषज्ञों के हवाले से बताएंगे, दो नई ब्रिगेड के साथ भावी जंग के लिए भारत कितना मजबूत होगा और इससे हमारी सैन्य शक्ति कितनी अजेय होगी.
‘भैरव’ और ‘रुद्र’ करेंगे संहार
हिंदुस्तान का हर सैनिक कितना जांबाज है, कितना शूरवीर है, इसकी झलक अभी कुछ ही महीने पहले दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखी. भारत की शान में गुस्ताखी कर पाकिस्तान में दुबके बैठे देश के दुश्मनों की धज्जियां उड़ा दी. उनके साथ पाकिस्तान की सेना खड़ी हुई, तो उन्हें भी घर में घुसकर सबक सिखाया.
भारतीय सेना के इस शौर्य को दुनिया के कई देशों की सेनाओं ने अपनी युद्ध डायरी में नोट किया. अब देश के दुश्मन नोट कर लें, जब भारतीय सेना के शूर वीरों का वर्जन 2.0 तैयार होगा. जैसे भगवान शिव का रौद्र रूप है, वैसे ही वैसे तैयार हो रहे हैं सेना के ‘अवधूत’.
नागा संन्यास की परंपरा में अवधूत उसे कहते हैं, जो पीछे मुड़कर नहीं देखते. जान की परवाह किए बिना आगे बढ़ते हैं. कुछ इसी तर्ज पर तैयार हो रही भारतीय सेना की दो नई ब्रिगेड.
भारतीय सेना की बढ़ने जा रही ताकत
ब्रिगेडिर (रिटा) राजन जमवाल के मुताबिक, सेना की सुपरफास्ट लाइट इन्फेंटरी तैयार हो रही है. इनमें से एक का नाम रुद्र और दूसरे का नाम भैरव होगा. इनके जरिए ऑपरेशन में एडिशनल स्ट्राइक कैपिबिलिटी और फ्रंट को ज्यादा बढाने के लिए एडिशनल पावर हासिल करने की कवायद है.
रिटायर ब्रेगिडयर राजन जमावाल खुद भी कई जंगों में शरीक हो चुके हैं, लिहाजा वो अपने अनुभव से बताते हैं कि आधुनिक हथियारों और सुविधाओं से लैस सेना की लाइट इन्फेंटरी आज के युद्ध में कितनी निर्णायक हो सकती है. कुछ इसी रणनीति के साथ रुद्र और भैरव नाम की टुकड़ियां भारतीय सेना तैयार कर रही है. कैसे, पहले इसे समझिए.
सेना का ‘रुद्र-भैरव’ फॉर्मेशन
रुद्र ब्रिगेड
सेना ने 2 पुरानी इन्फैंट्री ब्रिगेड को इसमें शामिल किया है. एक पैदल सेना ब्रिगेड में 5 हजार तक जवान होते हैं. रुद्र ब्रिगेड के सभी जवान सरहद के संवेदनशील इलाकों में तैनात होंगे.
भैरव ब्रिगेड
सेना ने ये पूरी तरह नई ब्रिगेड तैयार की है. ये लाइट इन्फेंट्री बटालियन होगी, जिसमें सभी सैनिक कमांडो ट्रेनिंग से लैस होंगे.
दुश्मन के घर में घुसकर होगा हमला
जैसा कि राजन जमावल ने बताया, अभी हमारे पास किसी भी हमले पर पलटवार करने के लिए घातक नाम की प्लाटून है. एक प्लाटून में 20 से 25 जवान होते हैं. पहले हमले की स्थिति में इनकी फॉर्मेशन समझिए. फ्रंट अटैक करने के लिए घातक प्लाटून इस्तेमाल की जाती है. जबकि स्ट्रेटजिक अटैक के लिए पैरा-कमांडे ट्रुप का यूज होता है.
वॉर एक्सपर्टस्स के मुताबिक हमारी अटैक स्ट्रेटजी के यही दो मुख्य फैक्टर है. एक घातक नाम का प्लाटून और दूसरा पैरा-कमांडो ट्रूप. घातक जहां सीमा पर हमले का जवाब देता है, वहीं पैरा कमांडो ट्रूप का इस्तेमाल सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर उग्रवादियों के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन में किया जाता है.
आर्मी चीफ जनरल द्विवेदी ने किया ऐलान
अगर हमारी स्पेशल फोर्सेज और कमांडो ट्रूप 5 साल पहले उरी का बदला ऐसे सर्जिकल स्ट्राइक के साथ ले सकते हैं, जिसमें दुश्मन को भनक भी न लगे और काम तमाम. तो रुद्र और भैरव नाम की इन्फैन्ट्री दुश्मनों के दांत कैसे खट्टे करेगी.
वॉर एक्सपर्ट्स के मुताबिक सेना प्रमुख ने जिस समय पर इन दोनों ब्रिगेड और बटालियन का ऐलान किया है, वो काफी कुछ संदेश देता है. ये बताता है, कि ऑपरेशन सिंदूर दिखने में स्थगित है, लेकिन ये खत्म नहीं हुआ. दुश्मनों की पहलगाम जैसी किसी भी हरकत का जवाब हमारी सेना पहले से भी ज्यादा मुंहतोड़ दे सकती है. ये कैसे होगा, और सेना की ये दोनों ही ब्रिगेड कैसे तैयार होंगी, समझिए हमारी स्पेशल रिपोर्ट के इस चैप्टर से.
जैसे भगवान शिव के दोनों ही रूप रुद्र और भैरव संहार माने जाते हैं, वैसे ही मारक और दुश्मनों के लिए विनाशक होंगे भारतीय सेना ये जवान.
सेना की ‘क्विक एक्शन फोर्स’
यहां पहले इनकी तादाद समझलिए, जो आपको इनकी ताकत समझने में मदद करेगी. रुद्र सेना की ब्रिगेड होगी, जिसमें 3 बटालियन होगी. जबकि भैरव एक बटालियन, जिसमें जवानों की 6 कंपनी यानी 3-4 जवानों के समूह वाले 18 प्लाटून होंगे.
भारतीय सेना में वॉर स्ट्रेटेजिस्ट रह चुके रिटायर्ड मेजर जनरल शमी सबरवाल एक ब्रिगेड की ताकत के बारे में बता रहे हैं. खासतौर पर सेना की नई ब्रिगेड, जिसे रुद्र नाम दिया गया है. ये किस तरह क्कि ऐक्शन के लिए तैयार होगी, ये जानने के लिए समझिए, इस ब्रिगेड का सपोर्ट सिस्टम, जो सिक्स प्वाइट बेस्ट होगा.
रुद्र- द सुपरफास्ट ब्रिगेड
1. इन्फैंट्री
इसमें पैदल सैनिक होते हैं, जो जमीन पर मोर्चा संभालते हैं.
2- मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री
इसमें बख्तरबंद गाड़ियों से लैस सैनिक होते हैं.
3- आर्मर्ड यूनिट्स
इसमें टैंक और भारी हथियारों से लैस सैनिक होते हैं.
4- आर्टिलरी
इसमें तोपखाने होते हैं, जो दूर से हमला करते हैं.
5- स्पेशल फोर्सेज
इसके जवान खास मिशन के लिए ट्रेन्ड होते हैं.
6- ड्रोन
बिना पायलट वाले हवाई हथियार, जो जासूसी और हमले करते हैं.
रुद्र ब्रिगेड के बाद अब समझिए, सेना की भैरव बटालियन की ताकत. ये साइज में छोटी होगी, यानी इसमें सैनिक कम होंगे. मगर इसे रूप दिया गया है लाइट इन्फेंट्री का. यानी कमांडो ट्रेनिंग से लैस ऐसे सैनिकों का जत्था, जो हल्के हथियारों के साथ किसी भी हद तक जाने में सक्षम होंगे. इनकी ताकत के तीन पहलुओं को समझिए.
ऐसी होगी ‘भैरव बटलियन’
1- एजाइल
हल्के हथियार और गियर से लैस, जो पहाड़ों और जंगलों में आसानी से चल सकें.
2- घातक
छोटे लेकिन शक्तिशाली हथियार, जैसे MP5 सबमशीन गन और स्वदेशी ड्रोन बम.
3- सीक्रेट ऑपरेशन
रात में या कोहरे में दुश्मन पर अचानक हमला करने की ट्रेनिंग.
तोड़ देगी दुश्मन की सप्लाई लाइन
वॉर एक्सपर्ट्स के मुताबिक सेना की भैरव बटालियन ऐसी होगी, जो दुश्मन की सप्लाई लाइन तोड़ सकती है. उनके ठिकानों को नष्ट कर सकती है. LAC या LOC पर ये यूनिट्स भारत को बढ़त दिलाएंगी.
जानकारों के मुतबिक रुद्र और भैरव बटालियन को क्विक एक्शन और मॉडर्न हथियारों से लैस करने की योजना भारतीय सेना के मॉडर्नाइजेशन का अहम हिस्सा है. अभी तो ये सिर्फ शुरुआत है. आने वाले दिनों में भारत की सेना ऐसे ताकतवर होगी, कि सुपरपावर्स भी हमारी तरफ आंख उठाकर देखने में सौ बार सोचेंगे.