पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से MBBS ग्रेजुएट भारत में डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं? सरकार ने क्या कहा?
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पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से MBBS ग्रेजुएट भारत में डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं? सरकार ने क्या कहा?

MBBS Degrees Abroad: यह सरकार का रुख 2022 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और ऑल इंडिया टेक्निकल एजुकेशन काउंसिल (AICTE) द्वारा जारी की गई चेतावनियों के अनुरूप है.

पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से MBBS ग्रेजुएट भारत में डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं? सरकार ने क्या कहा?

Foreign Medical Graduate Examination: भारत में MBBS की सीटों के लिए बहुत ज्यादा मुकाबला है, इसलिए कई लोग डॉक्टर बनने के लिए विदेश जाकर मेडिकल की डिग्री लेते हैं. अक्सर वे बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों में जाते हैं. लेकिन, सरकार ने हाल ही में बताया है कि कौन सी विदेशी डिग्रियां भारत में मान्य होंगी और कौन सी नहीं. इससे इस बारे में कोई शक नहीं रहा.

संसद में सवाल उठा

संसद में लोकसभा सदस्य आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने पूछा कि क्या पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से ली गई MBBS की डिग्रियां भारत में मेडिकल प्रैक्टिस करने के लिए मान्य होंगी?

सरकार का जवाब

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से जवाब देते हुए राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने साफ कहा कि पाकिस्तान से ली गई MBBS की डिग्रियां भारत में मान्य नहीं हैं. नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने 28 अप्रैल, 2022 को एक नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि जो भारतीय नागरिक या भारतीय मूल के विदेशी नागरिक (OCI) पाकिस्तान के संस्थानों से MBBS और BDS जैसे मेडिकल कोर्स करते हैं, वे भारत में फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (FMGE) नहीं दे सकते और न ही वे यहां मेडिकल सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं.

हालांकि, मंत्री ने बताया कि कुछ मामलों में छूट दी जा सकती है. ऐसे शरणार्थी और उनके बच्चे जिन्हें भारत की नागरिकता मिल गई है और जिन्होंने पाकिस्तान से मेडिकल की डिग्री ली है, उन्हें गृह मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद FMGE या NEXT (नेशनल एग्जिट टेस्ट) देने की अनुमति मिल सकती है.

यह छूट उन नागरिकों पर भी लागू होती है जिन्होंने दिसंबर 2018 से पहले या बाद में पाकिस्तानी मेडिकल संस्थानों में दाखिला लिया था, लेकिन उन्हें गृह मंत्रालय से मंजूरी लेनी होगी.

बांग्लादेश और नेपाल की डिग्रियां मान्य

इसके विपरीत, बांग्लादेश और नेपाल के मेडिकल संस्थानों से ली गई डिग्रियां भारत में मान्य हैं. सरकार ने कहा कि जो छात्र इन देशों में सरकारी समझौतों के तहत पढ़ाई करते हैं, जैसे कि SAARC (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) से जुड़े समझौते, वे भारत में मेडिकल लाइसेंस के लिए जरूरी FMGE या NEXT परीक्षा दे सकते हैं.

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यह सरकार का रुख 2022 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और ऑल इंडिया टेक्निकल एजुकेशन काउंसिल (AICTE) द्वारा जारी की गई चेतावनियों के अनुरूप है. इन संस्थाओं ने छात्रों को पाकिस्तानी विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने के खिलाफ चेतावनी दी थी. उस समय मीडिया रिपोर्टों में सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया गया था, और अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान के शैक्षिक प्रायोजन प्रोग्राम का इस्तेमाल आतंकवाद से जुड़े कामों के लिए किया जा रहा है.

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