मोटापा समझने की भूल न करना, हर 10 में से 1 महिला हो रही इस खतरनाक बीमारी का शिकार
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मोटापा समझने की भूल न करना, हर 10 में से 1 महिला हो रही इस खतरनाक बीमारी का शिकार

What Is Lipedema: लिपिडेमा एक लाइलाज कंडीशन है, जो महिलाओं को प्रभावित करती है. इसके लक्षण मोटापा के समान होते है. इससे शारीरिक और मानसिक परेशानी हो सकती है. 

मोटापा समझने की भूल न करना, हर 10 में से 1 महिला हो रही इस खतरनाक बीमारी का शिकार

आजकल महिलाओं में लिपिडेमा की बीमारी तेजी से बढ़ रही है. यह एक लंबे समय तक बनी रहने वाली कंडीशन है, जिसमें शरीर के कुछ हिस्सों में असामान्य फैट सेल्स जमा होने लगते हैं, खासकर पैरों, कूल्हों और निचले हिस्से में. इसके कारण शरीर के निचले हिस्से का आकार नॉर्मल से ज्यादा बड़ा नजर आने लगता है.

लिपिडेमा केवल महिलाओं को प्रभावित करता है, और इसकी शुरुआत आमतौर पर किशोरावस्था, गर्भावस्था या मेनोपॉज के दौरान होती है. लिपिडेमा यूके का अनुमान है कि 10 में से एक महिला को यह रोग होता है. ऐसे में इस कंडीशन को सही तरह से मैनेज करने के लिए क्या किया जा सकता है, यहां हम आपको बता रहे हैं.  

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लिपिडेमा के लक्षण

स्टेज 1- इस चरण में त्वचा पर गांठें महसूस होती हैं, लेकिन बाहरी रूप से त्वचा चिकनी नजर आती है. यह लंप्स संवेदनशील होते हैं और आसानी से चोटिल हो सकते हैं.
   
स्टेज 2- इस चरण में त्वचा पर छोटे-छोटे डिंपल (गड्ढे) दिखाई देने लगते हैं.
   
स्टेज 3- इस चरण में बड़े और असमान फैट डिपॉजिट्स (वसा के जमाव) दिखाई देने लगते हैं, जो जांघों और घुटनों के पास होते हैं.

कैसे प्रभावित होती है दिनचर्या

लिपिडेमा के कारण जोड़ों में दर्द और प्रभावित अंगों में भारीपन महसूस हो सकता है, और समय के साथ यह स्थिति चलने-फिरने और जोड़ों की गतिविधियों में कठिनाई पैदा कर सकती है.

लिपिडेमा का इलाज

लिपिडेमा एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर के फैट कोशिकाएं असामान्य तरीके से जमा हो जाती हैं. इसलिए, सामान्य फैट लॉस उपाय जैसे डाइट और एक्सरसाइज इसका इलाज नहीं कर सकते. हालांकि, सही खानपान और व्यायाम से इस स्थिति को और खराब होने से बचाया जा सकता है. वर्तमान में लिपोडीमा का कोई स्थायी इलाज नहीं है.

लक्षणों को कम करने के उपाय

कंप्रेशन गारमेंट्स- यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं जो दर्द और भारीपन महसूस करते हैं. ये जॉइंट्स को सपोर्ट करते हैं और सूजन को कम करने में मदद करते हैं.

मैन्युअल लिंफैटिक ड्रेनेज- यह एक और उपचार है, जो लिपोडीमा के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है.

लिपोसक्शन- लिपोडीमा के इलाज के लिए लिपोसक्शन एक विकल्प है, हालांकि यह एनएचएस (नेशनल हेल्थ सर्विस) पर कम उपलब्ध होता है. लिपोसक्शन में एक फर्क है, जो कॉस्मेटिक लिपोसक्शन और लिपोडीमा के इलाज के लिए किए जाने वाले लिपोसक्शन के बीच है.

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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

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शारदा सिंह

पत्रकारिता में ग्रेजुएशन माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल से और मास्टर्स गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी हिसार से किया है. डिजिटल मीडिया में 6 वर्षों का अनुभव है. जिसमें एनबीटी डिजिटल, अनवरत एनजीओ, हा...और पढ़ें

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