Jehanabad News: वाणावर श्रावणी मेले में प्रशासन सख्त, दुकानें की गईं सीमित, ठेकेदारों को आर्थिक नुकसान की चिंता
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2847670

Jehanabad News: वाणावर श्रावणी मेले में प्रशासन सख्त, दुकानें की गईं सीमित, ठेकेदारों को आर्थिक नुकसान की चिंता

Jehanabad News: जहानाबाद के बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर में लगने वाले मेले को लेकर प्रशासन सख्त है. दरअसल, पिछले साल हुए हादसे के कारण इस बार सख्ती बढ़ा दी गई है.

जहानाबाद न्यूज़
जहानाबाद न्यूज़

Jehanabad News: बिहार के जहानाबाद में पिछले वर्ष वाणावर पहाड़ी क्षेत्र पर स्थित बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर पर जाने वाली सीढ़ियों पर मची भगदड़ में सात लोगों की असामयिक मृत्यु के बाद प्रशासनिक शक्ति का असर इस वर्ष के मेले पर पड़ने लगा है. इस वर्ष मंदिर परिसर और सीढ़ियों के आसपास दुकानें लगाने पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन ने मंदिर के पास केवल 8 दुकानों को अनुमति दी है. दुकानों को सीमित कर दिए जाने से दुकानदारों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं मेला क्षेत्र का करोड़ों में बोली लगाकर ठेका लेने वाले ठेकेदारों को भी आर्थिक नुकसान की चिंता सताने लगी है.

यह भी पढ़ें: क्या JDU की कमान संभालने वाले हैं निशांत कुमार? जन्मदिन पर पटना में लगे पोस्टर

मगध के बाबा धाम के रूप में चर्चित अपने धार्मिक और ऐतिहासिक कारणों से विख्यात मखदुमपुर प्रखंड के वाणावर पहाड़ पर स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में पूरे सावन महीने में जल चढ़ाने को लेकर लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं का मेला लगा रहता है. इस वर्ष भी बाबा पर जल चढ़ाने को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है, लेकिन इस वर्ष प्रशासन के आदेश से पिछले कई वर्षों से इस पहाड़ी क्षेत्र में पूजा की सामग्री और अपनी दुकान लगा कर व्यवसाय करने वाले दुकानदारों का उत्साह फीका पड़ गया है.

पिछले वर्ष मंदिर पर जाने वाली सीढ़ी पर भगदड़ हो जाने और आधा दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं की मौत के कारण इस वर्ष जिला प्रशासन ने मंदिर प्रांगण और मंदिर तक जाने वाली सीढ़ियों पर दुकान लगाने पर कारवाई के आदेश से दुकानदारों में बेचैनी व्याप्त है. 

मेला के ठिकेदार और दुकानदारों का आरोप है कि मेला क्षेत्र में लगे दुकानों पर प्रशासन द्वारा ग्राहकों को ठहरने नहीं दिया जा रहा है, जिससे बिक्री नहीं हो रही है. प्रशासनिक सख्ती के चलते मेले का स्वरूप पहले जैसा नहीं रहा. हालांकि, जिला प्रशासन का कहना है कि यह सभी कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाए गए हैं. जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय ने बताया कि इस वर्ष मेला क्षेत्र में 500 मजिस्ट्रेट और पुलिस जवानों की तैनाती की गई है. ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो. उनका स्पष्ट कहना है कि सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.

एक तरफ जहां सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की सक्रियता सराहनीय है, वहीं दूसरी ओर इससे प्रभावित दुकानदारों और ठेकेदारों की पीड़ा भी अनदेखी नहीं की जा सकती. आवश्यक है कि भविष्य में सुरक्षा के साथ-साथ रोजगार के भी वैकल्पिक उपाय तलाशे जाएं, ताकि जन-कल्याण दोनों स्तरों पर सुनिश्चित हो सके.

इनपुट- मुकेश कुमार

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

TAGS

Trending news

;