Siwan News: पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की रिहाई की मांग हुई तेज, समर्थक बोले- राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया
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Siwan News: पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की रिहाई की मांग हुई तेज, समर्थक बोले- राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया

Bihar Politics: डबल मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट ने साल 2023 में आरजेडी के बाहुबली नेता रहे प्रभुनाथ सिंह को दोषी ठहराया था. उन पर आरोप था कि उन्होंने 1995 में छपरा में राजेंद्र राय (18 साल) और दरोगा राय (47 साल) की हत्या करवाई थी, क्योंकि दोनों ने उनके कहने के अनुसार वोट नहीं किया था.

पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह
पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह

Former MP Prabhunath Singh: सीवान में महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की रिहाई की मांग तेज हो गई है. लकड़ी नवीगंज प्रखंड में सैकड़ों समर्थक प्रभुनाथ सिंह को रिहा करो लिखी हुई तख्तियां और बैनर हाथों में लेकर सड़कों पर उतर गए.समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए बिहार सरकार से तत्काल रिहाई की मांग की है.वहीं प्रभुनाथ सिंह की रिहाई को लेकर प्रभुनाथ सिंह को रिहा करो सोशल मीडिया पर हैशटैग ट्रेंड कर रहा है.उनके समर्थक सोशल मीडिया के जरिए लिख रहे है कि प्रभुनाथ सिंह गरीबों और किसानों के नेता हैं, उनकी रिहाई न्याय की जीत होगी. समर्थकों ने कहा है कि प्रभुनाथ सिंह को राजनीतिक साजिश में फंसाया गया है.

बता दें कि पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को 1995 के विधायक अशोक सिंह हत्याकांड में दोषी ठहराया गया था. पटना हाईकोर्ट ने 2017 में उन्हें बरी कर दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 2023 में उम्रकैद की सजा सुनाई. समर्थकों का दावा है कि यह फैसला पक्षपातपूर्ण है और वे जन आंदोलन के जरिए दबाव बना रहे हैं. हालांकि, बिहार सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए नेताओं को टैग करते हुए समर्थक मांग कर रहे हैं कि उनकी रिहाई पर विचार किया जाए.

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यह प्रदर्शन ऐसे समय में हो रहा है. जब पूरे बिहार में कुछ महीनों में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. सियासी जानकारों का कहना है कि बिहार में राजपूतों की आबादी लगभग 3.45% है. आबादी के लिहाज से राजपूत भले ही कम हों, लेकिन सियासी दृष्टिकोण से काफी प्रभावशाली माने जाते हैं. राज्य की करीब 30 से 35 विधानसभा सीटों और 7 से 8 लोकसभा सीटों पर राजपूत वोटर निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं. अगर सरकार प्रभुनाथ सिंह की रिहाई कराती है, तो एनडीए को इसका बड़ा फायदा मिलेगा. एनडीए को बिहार के राजपूतों का समर्थन और सारण क्षेत्र में मजबूती मिल सकती है. 

रिपोर्ट- अमित सिंह

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