Jehanabad Flood: बाढ़ से तबाही! उफान पर फल्गु नदी, 50 से ज्यादा गांव प्रभावित
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Jehanabad Flood: बाढ़ से तबाही! उफान पर फल्गु नदी, 50 से ज्यादा गांव प्रभावित

Jehanabad Flood: जहानाबाद में फल्गु नदी इन दिनों उफान पर है. जल स्तर बढ़ जाने से आस-पास के इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार, बाढ़ के कारण करीब 50 से ज्यादा गांव प्रभावित हो गए हैं.

जहानाबाद न्यूज़
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Jehanabad Flood: बिहार के जहानाबाद से होकर गुजरने वाली फल्गु नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी से घोसी एवं मोदनगंज प्रखंड क्षेत्र के तकरीबन 50 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए. मिली जानकारी के अनुसार, नदी का जलस्तर बढ़ने से नंदना, मेटरा, भारथू और तुलसीपुर सहित 50 गांवों में बाढ़ का पानी खेत और गांव में फैल गया है. वहीं नदी के रौद्र रूप धारण कर लेने से घोसी प्रखंड के भारथु गांव के पास तटबंध टूटने से सैकड़ों हेक्टेयर के फसल बर्बाद हो गए और किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है. खास कर मछली पालन के लिए हब बने इस इलाके में मछली पालकों की रीढ़ ही टूट गई.

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तकरीबन 50 से अधिक तालाबों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से लाखों रुपये के मछलियां पानी की तेज धारा में बह गई. वहीं नदी में अचानक आयी बाढ़ के कारण सैकड़ों किसान के फसल बर्बाद हो गए. किसानों ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण फल्गु नदी में अचानक पानी आ गई. जिससे घोसी, मोदनगंज प्रखंड के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस गया. जिससे किसान एवं मत्स्यपालक बर्बाद हो गया. मत्स्यपालक ने बताया कि बाढ़ की इस पानी से पचास बीघा में बने तालाब की मछलियां नदी की तेज धारा में बह गई. जिससे करोड़ो का नुकसान हुआ है. 

वहीं पंचायत के मुखिया ने बताया कि इस इलाके में तकरीबन 90 प्रतिशत किसान अपने खेतों में धान की रोपाई कर चुके थे. लेकिन फल्गु नदी में आई बाढ़ के कारण पूरा फसल नष्ट हो गए. वहीं भारथु गांव में मत्स्यपालक को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. इधर जिले के डीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाके का मुआयना भी किया. इस आपदा के मद्देनजर जिला अधिकारी अलंकृता पांडेय ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया.

डीएम ने बताया कि उदेरास्थान बराज से 1.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. उन्होंने बताया कि नदी में बाढ़ के चलते तीन-चार स्थानों पर तटबंध और सड़कों को क्षति पहुंची है. डीएम ने बताया टूटे तटबंधों पर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है. साथ ही किसानों और मत्स्यपालकों की क्षति का आकलन कर मुआवजा प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गयी है. प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य के लिए विशेष टीमों को लगाया गया है.

इनपुट- मुकेश कुमार

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