बहुत हुई एकतरफा मोहब्बत, अब महागठबंधन से गठबंधन की गुंजाइश नहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2840172

बहुत हुई एकतरफा मोहब्बत, अब महागठबंधन से गठबंधन की गुंजाइश नहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला

Bihar Chunav 2025: बिहार के सीमांचल में विधानसभा की 24 सीटें हैं. अगर असदुद्दीन ओवैसी इस इलाके में मजबूती से चुनाव लड़ते हैं तो इससे महागठबंधन को नुकसान हो सकता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि राजद का जो बड़ा वोटबैंक है, ओवैसी उसमें सेंध लगाते दिख रहे हैं.

बहुत हुई एकतरफा मोहब्बत, अब महागठबंधन से गठबंधन की गुंजाइश नहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला (File Photo)
बहुत हुई एकतरफा मोहब्बत, अब महागठबंधन से गठबंधन की गुंजाइश नहीं, असदुद्दीन ओवैसी ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला (File Photo)

Bihar Chunav 2025: 'अब एकतरफा मोहब्बत नहीं होने वाली. बीजेपी की 'बी' टीम वाले सारे आरोप झूठे थे. महागठबंधन के नेताओं ने हमारी गठजोड़ की पेशकश को बार बार ठुकराने का काम किया. बिहार की जनता यह समझे और हमारी पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) को समर्थन दे. हम बिहार में तीसरा मोर्चा बनाएंगे और मुस्लिम बहुल सीटों पर फोकस करेंगे.' AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने एक न्यूज चैनल के साथ इंटरव्यू में ये बातें कहीं. 

READ ALSO: राजीव प्रताप रूडी का तेजस्वी यादव पर हमला: बोले- अपने पिता से सीखें बोलने की कला

बताया जा रहा है कि अब AIMIM बिहार में मुस्लिम बहुल सीटों पर तीसरा मोर्चा बनाने में जुटी है. यह तीसरा मोर्चा एनडीए और महागठबंधन दोनों को चुनौती पेश कर सकता है. अब सवाल यह है कि क्या असदुद्दीन ओवैसी की रणनीति बिहार की राजनीति में नया उलटफेर ला सकती है.

इंटरव्यू में असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि उनकी पार्टी भाजपा को हराने के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए हमने बार बार महागठबंधन के साथ गठजोड़ की पेशकश की थी, लेकिन महागठबंधन के नेताओं ने हमारी पेशकश को ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि वे लोग हम पर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगाते हैं, जो ​झूठ है. 

ओवैसी ने कहा कि महागठबंधन के नेता नहीं चाहते कि गरीब और पीड़ित समुदायों से कोई नेता उभरे. बिहार की जनता से ओवैसी ने अपील की कि वे महागठबंधन के नेताओं के इरादों को समझें और एआईएमआइएम को मजबूत बनाने में मदद करें. 

बता दें कि ओवैसी की पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में सीमांचल की 5 सीटें जीतकर महागठबंधन की हार तय करने में बड़ी भूमिका निभाई थी. हालांकि सांगठनिक की वजह से 4 विधायक राजद में शामिल हो गए थे. यह एआईएमआईएम के लिए बड़ा झटका था. 

जानकारों का कहना है कि सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी का प्रभाव है और अगर वे मजबूती के साथ विधानसभा चुनाव में उतरते हैं तो जाहिर है कि इससे महागठबंधन को नुकसान होगा. बता दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने 14.28 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. 

READ ALSO: मुंबई से आई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए नसीहत, इस नेता ने सुशासन पर उठाए सवाल

दरअसल, एआईएमआईएम को महागठबंधन वोटकटवा मानता है, लेकिन ओवैसी की रणनीति अब उसे भारी पड़ सकती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि ओवैसी ने महागठबंधन में शामिल होने की पेशकश कर मुस्लिम वोटों की एकजुटता का संदेश दे दिया है और उस पर कुंडली मारकर बैठने से यह संदेश जाएगा कि महागठबंधन के नेता भाजपा को हराने के लिए गंभीर नहीं हैं.

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

TAGS

Trending news

;