Nautan Assembly Seat Profile: इस सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो कोइरी, कुशवाहा और कुर्मी जाति का दबदबा है. यादव और मुस्लिम की आबादी भी अच्छी-खासी है, लेकिन दलित वोटर ही निर्णायक भूमिका निभाता है. विस्थापन से जूझ रहे परिवारों की कोई सुनने वाला नहीं है. बाढ़-कटाव और विस्थापन इस क्षेत्र की मुख्य समस्या है.
Trending Photos
Nautan Assembly Seat Profile: बिहार में विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले की नौतन विधानसभा क्षेत्र की जनता एक बार फिर अपना विधायक चुनने की तैयारी में जुट गई है. वैसे यहां के मतदाता राजनीतिक रूप से काफी प्रखर रहे हैं और अंत समय तक राजनीतिक दलों के नेताओं और राजनैतिक विश्लेषकों के लिए यह अंदाजा लगाना काफी मुश्किल होता है कि आखिर ऊंट किस करवट बैठने वाला है. इस बार की परिस्थितियां भी कोई इससे जुदा नहीं हैं. हमेशा की तरह इस बार भी वोटर खामोश है और नेताओं की ओर से बयानबाजी जारी है. एनडीए में बीजेपी और जेडीयू दोनों दल इस सीट पर अपना-अपना दावा ठोंक रहे हैं, तो वहीं महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, वाम दल और वीआईपी) में सबकी दावेदारी है.
चुनावी इतिहास
इस सीट पर 1990 तक कांग्रेस का अधिपत्य रहा और इसके बाद यह वामपंथियों के पास चली गई. 1990 के बाद से सीपीआई, समता पार्टी और बसपा को एक-एक बार जीत मिली तो जेडीयू और बीजेपी यहां से 3 बार जीत चुकी है. पिछले दो चुनावों में इस सीट पर बीजेपी के नारायण प्रसाद ने कमल खिलाया है. 2015 से इस सीट पर बीजेपी के नारायण प्रसाद का कब्जा है. 2015 में बीजेपी और जडीयू दोनों अलग-अलग चुनाव लड़े थे. इस चुनाव में बीजेपी के नारायण प्रसाद ने जेडीयू के बद्रीनाथ प्रसाद महतो को 14 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया था. इससे पहले 2010 में नारायण प्रसाद लोजपा के टिकट से चुनाव लड़े थे और जेडीयू की मनोरमा प्रसाद से हार गए थे. 2020 में नारायण प्रसाद लगातार दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे थे.
जातीय समीकरण
इस सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो कोइरी, कुशवाहा और कुर्मी जाति का दबदबा है. यादव और मुस्लिम की आबादी भी अच्छी-खासी है, लेकिन दलित वोटर ही निर्णायक भूमिका निभाता है. पिछले चुनाव में इस सीट पर 60.19 फीसदी मतदान हुआ था. जिसमें 56 फीसदी पुरुष मतदाताओं ने तो 64.76 फीसदी महिला मतदाताओं ने वोट डाले थे. महिलाओं की हिस्सेदारी ज्यादा होने के कारण बीजेपी के नारायण प्रसाद ने कांग्रेस के शेख मोहम्मद कामरान को 25 हजार 896 मतों के भारी अंतर से हराया था.
ये भी पढ़ें- वाल्मीकिनगर सीट से धीरेंद्र सिंह लगाएंगे हैट्रिक या विपक्ष मारेगा बाजी, देखें समीकरण
इस सीट के मुख्य मुद्दे
भ्रष्टाचार, क्षेत्र की जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त है. अंचल, ब्लॉक, मनरेगा और पुलिस थाना, हर जगह जनता को नजराना देना पड़ता है. बाढ़-कटाव से क्षेत्र की जनता को आजतक स्थाई निदान नहीं मिला है. डिग्री कॉलेज ढंग का सरकारी अस्पताल क्षेत्र में नहीं है. विस्थापन से जूझ रहे परिवारों की कोई सुनने वाला नहीं है. बाढ़-कटाव और विस्थापन इस क्षेत्र की मुख्य समस्या है. चम्पारण तटबंध की मांग प्रमुख है और कॉलेज, अस्पताल, खेल मैदान से लेकर सड़क, ये जनता की प्रमुख मांगे हैं.
रिपोर्ट- धनंजय