Trending Photos
उत्तर भारत के कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस कई प्रांतों में नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कवायदमें जुट गई है. इसमें पंजाब-हरियाणा, हिमाचल प्रदेश से लेकर राजस्थान शामिल है. असम में पहले ही गौरव गोगोई को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है.
हरियाणा की बात करें तो कांग्रेस अपने गढ़ में तीन विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेल चुकी है. पार्टी यहां हुड्डा और शैलजा गुट में आंतरिक कलह भी लंबे समय से झेल रही हैं. लोकसभा चुनाव में भी मोदी मैजिक के आगे यहां कांग्रेस कोई बड़ा फायदा नहीं उठा पाई. हरियाणा में सांगठनिक बदलाव के साथ युवा चेहरे को जिम्मा सौंपा जा सकता है. हिमाचल प्रदेश में भी करीब 6 माह से संगठन के बिना काम चल रहा है. नवंबर 2024 में प्रदेश की सारी समितियां भंग कर दी गई थीं. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया भी चल रही है और किसी युवा को यहां भी जिम्मेदारी दी जा सकती है.
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बुरी तरह हार मिली थी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटसरा का कार्यकाल खत्म होने के बाद अब नए बदलाव की आस है. पंजाब कांग्रेस भी परिवर्तन की राह पर है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वाडिंग ने लोकसभा चुनाव में पार्टी का कद बढ़ाया था, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस यहां संगठन में बड़ा बदला करना चाहती है. पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई बड़े नेता प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं.
कांग्रेस के लिए अगली चुनौती बिहार विधानसभा चुनाव है. राजद-कांग्रेस मिलकर यहां सत्तारूढ़ भाजपा-जदयू का मुकाबला करेंगे. लेकिन डबल इंजन वाली नीतीश सरकार को सत्ता से उखाड़ पाने की चुनौती में पार्टी कितनी कामयाब होगी, ये अभी देखना होगा.