Amit Shah: राज्यसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस पर तीखा हमला किया. शाह ने कांग्रेस पर आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को कमज़ोर करने का आरोप लगाया.
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Amit Shah: राज्यसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस पर तीखा हमला किया. इस बहस में शाह ने कांग्रेस और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम पर गंभीर आरोप लगाए. गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा, 'हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकते'. उन्होंने पूर्व गृहमंत्री चिदंबरम से सवाल पूछा कि, 'हिंदू आतंकवाद शब्द किसने गढ़ा?' उन्होंने कांग्रेस पर यह आरोप लगाया कि उसने वोटबैंक की राजनीति के लिए हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की.
शाह ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है कि एक धर्म विशेष को आतंकवाद से जोड़ने की साजिश रची गई. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि हिंदू संस्कृति शांति और सहिष्णुता की प्रतीक है, और इसे आतंकवाद से जोड़ना पूरी तरह गलत है.
वहीं, 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले से निपटने के तरीके को लेकर चिदंबरम द्वारा की गई आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'चिदंबरम ने मेरे इस्तीफे की मांग की और भारत सरकार के ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाए. उन्होंने बार-बार इस सबूत को चुनौती दी कि पहलगाम हमले में शामिल लोग पाकिस्तानी आतंकवादी थे.' केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, 'आज मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वो किसे बचाने की कोशिश कर रहे थे? पाकिस्तान को? लश्कर-ए-तैयबा को? या फिर खुद आतंकवादियों को? क्या आपको इस पर शर्म नहीं आती? लेकिन ईश्वर की कृपा से जिस दिन उन्होंने ये सवाल उठाए, उसी दिन तीनों आतंकवादी मारे गए.'
शाह ने कांग्रेस पर आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को कमज़ोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस को भाजपा से आतंकवाद के बारे में सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं है.' गृह मंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने ही राजनीतिक लाभ के लिए भारत की आंतरिक सुरक्षा को कमज़ोर किया. उन्होंने कहा, 'देश में आतंकवाद फैलने का एकमात्र कारण कांग्रेस का वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति है.'
गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही बहस के दौरान राज्यसभा में बोलते हुए कहा, '30 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सेनाओं को कार्रवाई की पूरी आज़ादी दी थी. रक्षा मंत्रालय और हमारे सशस्त्र बलों ने मिलकर ऑपरेशन का लक्ष्य, रणनीति, स्थान और समय तय किया. हमारे सैनिकों ने पूरी बहादुरी के साथ इस मिशन को अंजाम दिया और मैं उनकी सफलता की सादर सराहना करता हूं.
उन्होंने आगे कहा, '7 मई की रात को पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया. जैसा कि रक्षा मंत्री ने लोकसभा में बताया, 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए. नष्ट किए गए ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा, हिज़्बुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय भी शामिल थे. यह मोदी सरकार और हमारे साहसी बलों की बदौलत संभव हुआ. इस ऑपरेशन में कई प्रमुख ठिकानों को नष्ट कर दिया गया.'