Akhilesh Yadav Statement: UP के इटावा में कथावाचक को लेकर विवाद के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने धीरेंद्र शास्त्री पर विवादित बयान दिया तो मध्य प्रदेश में हिंदू संगठनों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल लिया. चन्द्रशेखर तिवारी ने कहा इनका भी पिता की तरह सनातन विरोधी खून है.
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Madhya Pradesh: यूपी के पूर्व CM अखिलेश यादव के खिलाफ मध्य प्रदेश में आक्रोश दिख रहा है. मामला उनके बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री पर दिए विवादित बयान से जुड़ा है. धीरेंद्र शास्त्री पर दिए बयान पर हिंदू संगठनों में आक्रोश है. संस्कृति बचाओ मंच ने अखिलेश यादव के बयान पर कड़ा विरोध जताया है. चन्द्रशेखर तिवारी ने कहा मुल्ला मुलायम सिंह के पुत्र में भी सनातन विरोधी खून है. यह सनातन धर्म गुरुओं का अपमान करते हैं.
यूपी के इटावा में कथावाचक को लेकर विवाद की चर्चाओं के बीच समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कथावचकों की फीस को लेकर बड़ा बयान दिया. अखिलेश यादव ने इसी लिस्ट में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी, जिसपर मामला तूल पकड़ रहा है. उन्होंने कहा किसी कि किसकी हैसियत है जो धीरेंद्र शास्त्री को अपने घर कथा करने के लिए बुला पाए. उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री का नाम लेते हुए कहा कि "कई कथावाचक तो 50 लाख रुपए कथा करने की फीस लेते हैं. ऐसे में किस किस की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री कोअपने यहां कथा के लिए बुला पाए. ये फीस वो अंडर टेबल लेते है. यादव ने आगे कहा ये बात पता लगवा लीजिए.
हिंदू संगठनों में काफी आक्रोश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान इटावा जिले की एक घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि कथावाचकों के साथ जातिगत आधार पर किया गया व्यवहार बेहद शर्मनाक है. चर्चा कथावाचकों की फीस को लेकर शुरू हुई थी, जिस पर उन्होंने कुछ लोगों को लेकर विवादित टिप्पणी भी की. इसी दौरान जब उनसे पंडित धीरेंद्र शास्त्री को लेकर सवाल पूछा गया, तो उनके बयान पर हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताई है.
समाज को बांटने की कोशिशें
अखिलेश यादव ने बताया कि उन्होंने खुद इटावा के कथावाचकों को लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया था ताकि समाज में जातीय दूरियां न बढ़ें. उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना के पीछे भाजपा समर्थित लोगों का हाथ है, जिन्होंने कथावाचकों की चोटी काटी, उन्हें नाक रगड़वाई और अपमानित किया. उन्होंने इसे साजिश करार देते हुए कहा कि समाज को बांटने की कोशिशें की जा रही हैं.