Murshidabad News: मुर्शिदाबाद हिंसा में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग भी की है. अधीर रंजन ने कहा कि चाहे हिंदू हों या मुसलमान जिनके घर जले जिन्होंने अपनों को खोया या जो अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं.
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Mamata Banerjee Bengal: केंद्र में भले ही कांग्रेस नेताओं के साथ ममता की जुगलबंदी देखने को मिल जाती है लेकिन बंगाल में कांग्रेस दिग्गज अधीर रंजन चौधरी दीदी पर निशाना साधने से नहीं चूकते हैं. तजा मामला मुर्शिदाबाद से जुड़ा है जहां वक्फ कानून के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के कई दिन बाद अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वहां के दौरे की घोषणा की है. इस पर अधीर रंजन चौधरी ने तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जब मुर्शिदाबाद में खून बह रहा था तब दीदी चुप थीं और अब जब हालात सामान्य हो रहे हैं तब वो दौरे पर जा रही हैं.
'लोगों को गुमराह करने की कोशिश'
असल में कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने आरोप लगाया कि हिंसा के दौरान ममता बनर्जी कहीं मंदिर उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रमों में व्यस्त थीं. उन्होंने कहा कि जब लोग जान गंवा रहे थे उस समय मुख्यमंत्री ने हिंसा प्रभावित लोगों की सुध लेने के बजाय धार्मिक आयोजनों को प्राथमिकता दी. अब जाकर वे झूठ का पुलिंदा बनाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश करेंगी.
परिवारों के लिए मुआवजे की मांग
इतना ही नहीं हिंसा में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि चाहे हिंदू हों या मुसलमान जिनके घर जले जिन्होंने अपनों को खोया या जो अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. सभी को बराबर आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए. राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पीड़ित परिवारों को आगे जीने और कमाने लायक मदद मिले.
पुलिस को पांच घंटे क्यों लगे?
पुलिस की देरी पर सवाल उठाते हुए अधीर रंजन ने जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि जहां हिंसा हो रही थी वहां पुलिस को पहुंचने में पांच घंटे क्यों लगे? क्या ये देरी जानबूझकर की गई या फिर किसी राजनीतिक आदेश का पालन हो रहा था? इसकी गहन जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके. बता दें कि विपक्ष लंबे समय से हिंसा के बाद ममता बनर्जी के मौके पर नहीं पहुंचने को लेकर सवाल उठाता रहा है.