Myanmar Earthquake: म्यांमार में हाल ही में भूकंप ने बड़ी स्तर पर तबाही मचाई है. इस तबाही को कुछ लोग देश के सैन्य शासक की तबाही भी मान रहे हैं. कुछ लोगों को कहना है कि यह भूकंप अंधविश्वास में यकीन रखने वाले जनरल मिन आंग हलाइंग की सत्ता जा सतकी है.
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Myanmar General: म्यांमार में शुक्रवार को आए खतरनाक भूकंप ने पूरे देश में तबाही मचा दी है. 7.7 तीव्रता वाले इस भूकंप से मंगलवार तक 2700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों लोगों की मौत, लाखों लोगों का जीवन प्रभावित होने और बड़ी तादाद में इमारतों को पहुंचे नुकसान को कुछ लोग देश के सैन्य शासकों के लिए ईश्वरीय न्याय और अशुभ संकेत मान रहे हैं. खास तौर पर लोग इस तबाही को सेना प्रमुख मिन आंग हलाइंग के पतन का संकेत बता रहे हैं, जो अंधविश्वास और ज्योतिष में गहरी आस्था रखते हैं.'
इससे पहले जब 2 वर्ष पूर्व जब चक्रवात मोचा खतरनाक रफ्तार से म्यांमार की तरफ बढ़ रहा था तब भी तबाही की वॉर्निंग जारी की गई थी लेकिन उस समय भी मिन आंग हलाइंग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. कहा जाता है कि मिन आंग तब भी अपने कैबिनेट के साथ देश के पूर्वी हिस्से में एक बौद्ध मंदिर के उद्घाटन समारोह में मसरूफ थे. दावा तो यह भी है कि वो अक्सर यदया, यानी बुरी ताकतों को दूर करने वाले पारंपरिक अनुष्ठानों में लगे रहते हैं.
अब जब पूरा देश एक भयंकर भूकंप से प्रभावित हुआ है, तो लोग इसे उनकी तानाशाही के अंत का संकेत मान रहे हैं. अल-जज़ीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंडाले के एक ज्योतिषी के मुताबिक यह भूकंप शुक्रवार को अमावस्या के दिन आया, जो भविष्य में खाद्य संकट और महंगाई बढ़ने की तरफ इशारा कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि यह भूकंप सत्ता में बड़े बदलावों का संकेत भी है, जिससे मिन आंग हलाइंग को किसी न किसी तौर पर देश की सत्ता छोड़ने पड़ेगी.
यह पहली बार नहीं है जब कोई म्यांमार का सैन्य नेता ज्योतिष और अंधविश्वास में यकीन रखता हो. इससे पहले भी कई नेता इस तरह की चीजों पर विश्वास करते आए हैं. 1962 से 1988 तक शासन करने वाले जनरल ने विन ने अपने ज्योतिषियों की सलाह पर 25, 35 और 75 के नोट बंद कर दिए थे और 45 व 90 के नए नोट जारी किए थे क्योंकि ये संख्याएं उनके शुभ अंक 9 से मेल खाती थीं. इसी तरह 2007 में तान श्वे की सरकार ने किसानों को सूरजमुखी उगाने का आदेश दिया था क्योंकि इसे सत्ता को स्थायी बनाए रखने का प्रतीक माना जाता था.