Rakhi Brother Sister: राखी धागों का नहीं, प्रेम का बंधन है. भाई अपने बहन के घर राखी बांधने जाता है. कहीं-कहीं बहनें अपने भाई के घर पहुंचती हैं. लेकिन मुंबई की एक लड़की ने जब राखी बांधने के लिए अपना हाथ बढ़ाया तो सामने बैठा भाई और घरवाले रो पड़े. वह उसका सगा भाई नहीं था लेकिन जो हाथ राखी बांधने के लिए बढ़ा था तो भाई की सगी बहन का ही था.
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Rakshabandhan Hand Transplant Girl: इस भाई और बहना के लिए रक्षाबंधन का त्योहार बेहद खास रहा. घरवाले और दोस्तों के आंसू नहीं रुक रहे थे. गुजरात के वलसाड शहर में बीच रोड पर भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा था. 9 साल की रिया मिस्त्री ने सितंबर 2024 में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया. हालांकि उस बच्ची का एक छोटा सा दाहिना हाथ आज भी है. हां, अब वो हाथ, एक दूसरी बच्ची की जिंदगी का हिस्सा है. वही हाथ जब रिया के बड़े भाई शिवम को राखी बांधने के लिए आगे बढ़ा तो घरवालों के आंसू छलक पड़े. सभी फफक कर रोने लगे. मन में यही भाव था काश, रिया आज यहां होती. सभी को ऐसा लगा जैसे रिया ही राखी बांध रही हो.
मुंबई की रहने वाली 16 साल की अनमता अहमद को रिया का हाथ लगाया गया है. यह कंधे के स्तर पर प्रत्यारोपण का लाभ पाने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की इंसान है. उधर, रिया का हाथ भी अपनी तरह का दुनिया का सबसे कम उम्र का अंग दान करने वाला अंग है. इस तरह से रक्षाबंधन का त्योहार दो परिवारों के बीच दुख को कम कर प्रेम का नया बंधन बांधने वाला साबित हुआ.
Months after transplantation gives her a new hand, Muslim teen from Mumbai ties Rakhi to Hindu brother.
Dressed in a pink salwar-suit set with lace detailing, 16-year-old Anamta Ahmed ties a rakhi around the wrist of Shivam Mistry. Her rakhi brother, Shivam, looks at her… pic.twitter.com/DHUxXVNOIq— Prof. P.A.Varghese (@profpaVarghese) August 9, 2025
सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हो रही हैं. लोग नम आंखों से उस बहन को याद कर रहे हैं जिसके हाथ ने आज भी अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी है. अनमता ने अपने हाथ से राखी का धागा जब शिवम की कलाई पर लपेटा तो एक अटूट बंधन बंध गया. अनमता के जरिए ही सही शिवम और पूरे परिवार के लिए रिया हमेशा जिंदा रहेगी. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक रिया की मां ने कहा कि हमें लगा जैसे भाई को राखी बांधने के लिए रिया जीवित हो गई हो. मैंने रक्षाबंधन के लिए उसके पसंदीदा गुलाब जामुन बनाए थे. हम सभी उसके जाने के बाद गम से उबर नहीं पा रहे लेकिन यह देखकर अच्छा लगा कि अनमता खुश है और अच्छी जिंदगी जी रही है.
रिया की मां रोने लगीं
मां ने कहा कि रिया को जश्न के वीडियो बनाना और तस्वीरें लेना बहुत पसंद था. यह कहते हुए रिया की मां रोने लगीं. शुक्रवार को जब अनमता रिया के घर आई तो न सिर्फ शिवम बल्कि रिया के चचेरे भाई-बहन और दोस्त भी उससे राखी बंधवाने के लिए कतार में खड़े हो गए थे. वह अपने माता-पिता, अकील और दाराशा के साथ मुंबई से रिया के परिवार से मिलने आई थी.
अब यही मेरा परिवार हैं
अनमता ने कहा कि मैं रिया के परिवार से मिलने का इंतजार कर रही थी. अब वे ही मेरा परिवार हैं. मैं अपने माता-पिता की इकलौती संतान हूं लेकिन अब मेरा एक भाई भी है. रिया को 15 सितंबर को सूरत के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और ब्रेन हैमरेज का पता चला था. अगले दिन उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. डॉक्टर ने रिया के माता-पिता बॉबी और तृष्णा को अंगदान के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया. उसकी दोनों किडनी, लिवर, एक हाथ, फेफड़े और कॉर्निया निकाले गए. मुंबई की अनमता को हाथ प्रत्यारोपित किया गया था.
घरवालों ने रिया का हाथ पहचान लिया
अनमता के घरवालों ने कहा कि रिया के परिवार ने उसका हाथ पहचान लिया. वे इसे देखकर बहुत खुश हुए और यह एक ऐसा एहसास था जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. अक्टूबर 2022 में यूपी के अलीगढ़ में एक रिश्तेदार के घर छत पर खेलते समय अनमता को बिजली का झटका लगा था. वह गलती से 11,000 किलोवाट के हाई-टेंशन तार के पास चली गई, जिससे उसे गंभीर चोट आई और दोनों हाथ जल गए. बाद में उसका दाहिना हाथ कंधे से काटना पड़ा जबकि उसका बायां हाथ सर्जरी से बचा लिया गया था.
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