Noida News: उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक चौका देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर एक फर्जी पुलिस स्टेशन का पर्दाफाश हुआ है. आइए जानते हैं कैसे हुआ इसका पर्दाफाश और ये कैसे फंसाते थे लोगों को अपने जाल में...
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Noida News: आपने अक्सर फर्जी पुलिसवाले, फर्जी टीटीई और फर्जी अधिकारी का नाम सुना होगा, लेकिन यह कम ही सुना होगा कि एक फर्जी पुलिस स्टेशन भी हो, जहां पुलिस थाने की तरह ही बोर्ड लगा हो. इतना ही नहीं, यहां पुलिसकर्मियों की तरह लोगों को भी तैनात कर रखा था. सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि यह सब नोएडा जैसे शहर में हुआ.
कहां पर चल रहा था?
नोएडा की थाना फेस 3 पुलिस ने सेक्टर 70 में चल रहे एक फर्जी पुलिस स्टेशन का पर्दाफाश किया है. इस दौरान पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह लोग पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे. दर्शन इन लोगों के द्वारा यहां पर पुलिस के लोगों के साथ एक बोर्ड लगाया हुआ था.
जिस पर इंटरनेशनल पुलिस और क्राइम इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो लिखा हुआ था. ये लोग खुद को इंटरपोल और इंटरनेशनल हुमन राइट्स से जुड़ा बताते थे और कहते थे कि इनका एक ऑफिस यूनाइटेड किंगडम में भी है. पुलिस ने इन लोगों के कब्जे से कई मंत्रालयों के फर्जी लेटर हेड उसके अलावा भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज मोहर व अन्य सामान बरामद किया है.
कैसे हुआ खुलासा?
बताया जा रहा है कि आरोपी ने www.intlpcrib.in नाम की साइट भी बनाए थे. जिसी के जरीए पैसे का लेन-देन भी करते थे. इस संबंध में डीसीपी सेंट्रल शक्ति ने बताया कि इसके बारे में खुफिया जानकारी मिलती थी, जिसके बाद गोपनीय तरीके से छानबीन की गई. जिसके बाद पता चला कि ये लोग फर्जी तरीके से पुलिस स्टेशन चला रहे है और लोगों को शिकार बना रहे है.
इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी आरोपी केवल 12 तक ही पास है. इनके पास से 9 मोबाइल फोन, 17 स्टाम्प सील, 6 चेक बुक, 9 पहचात पत्र, एक पैन कार्ड, 6 ATM कार्ड, तीन प्रकार के विजिटिंग कार्ड समेत कई समान जब्त किया गया है.
हाल ही में गाजियाबाद में फर्जी दूतावास
कोटा में किस से पहले गाजियाबाद में अभी एक फर्जी दूतावास पकड़ा गया था पुलिस का कहना है कि उन्हें गोपनीय रूप से किसी ने शिकायत की थी और उसके बाद उन्होंने इसकी जांच कराई और फिर इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया अभी यहां पर इन लोगों ने यह है नया ऑफिस खोला था, पुलिस अब इस मामले में आगे जांच भी कर रही है और पता कर रही है कि इन लोगों ने कितने लोगों को निशाना बनाया था. दरअसल यह लोग आम लोगों से पुलिस के सभी काम करने का दावा जैसे कोई भी वेरिफिकेशन काम करते थे.