Varanasi Latest News: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में बीती रात एक विरोध की आवाज़ उठी है. यह आवाज़ थी जलभराव, गड्ढों, उजड़े दुकानदारों और उपेक्षित जनता की. इस आवाज़ को लेकर सड़कों पर उतरे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अब कानूनी शिकंजे में हैं.
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Varanasi Hindi News: उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है. जलभराव और शहर में फैली अव्यवस्थाओं के खिलाफ गुरुवार की रात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने वाराणसी में पदयात्रा निकाली. अब इस पदयात्रा को लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. सिगरा थाने में दर्ज इस मुकदमे में अजय राय समेत 10 नामजद और 40 से 50 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.
सार्वजनिक रास्ता बाधित करने का आरोप
काशी विद्यापीठ चौकी इंचार्ज विकल शांडिल्य की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि इंग्लिशिया लाइन चौराहे पर अजय राय सहित कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्य सड़क पर खड़े होकर जाम की स्थिति उत्पन्न कर रहे थे. मौके पर पहुंचने पर देखा गया कि वे केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और सार्वजनिक मार्ग को बाधित कर रहे थे. समझाने पर भी वह नहीं माने, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
पदयात्रा में उठाया शहर की दुर्दशा का मुद्दा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने यह पदयात्रा इंग्लिशिया लाइन से शुरू कर साजन तिराहा, रथयात्रा, गुरुबाग, लक्सा, गिरजाघर, गोदौलिया होते हुए दशाश्वमेध स्थित चितरंजन पार्क तक निकाली. इस दौरान उन्होंने गड्ढों और गंदे पानी से भरी सड़कों पर चलकर विरोध दर्ज कराया. ये भी कहा कि वाराणसी के नाम पर किए गए विकास के सारे वादे खोखले साबित हो रहे हैं.
अजय राय ने कहा कि काशी में विकास के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन सड़कों पर गड्ढे, जलभराव और गरीबों की दुर्दशा आज भी जस की तस है. प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में यह हाल है, तो बाकी जगह की कल्पना की जा सकती है.
सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए प्रशासन को घेरा
चितरंजन पार्क स्थित शिविर का निरीक्षण कर अजय राय ने वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें शिविर में बिजली, पानी और जरूरी सुविधाओं की कमी बताई गई. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने शिवभक्तों की अनदेखी की है.
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