इटावा में कथावाचक की पिटाई से मचा सियासी घमासान, ब्राह्मण महासभा ने लगाए आरोप, जाति प्रमाण पर उठे सवाल
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2815639

इटावा में कथावाचक की पिटाई से मचा सियासी घमासान, ब्राह्मण महासभा ने लगाए आरोप, जाति प्रमाण पर उठे सवाल

Etawah News:  इटावा में यादव कथावाचकों के अपमान के बाद सियासत गर्म होती जा रही है. अब ब्राह्मण महासभा की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने कई दावे किए हैं. आइए जानते हैं कि ब्राह्मण महासभा ने इस मामले को लेकर क्या कहा?

 

फाइल फोटो
फाइल फोटो

Etawah News: उत्तर प्रदेश की राजनीति इन दिनों इटावा की एक घटना को लेकर उबाल पर है, जहां आरोप लगाया गया कि कथावाचन कर रहे यादव समाज के कथावाचक को जातिगत आधार पर अपमानित किया गया. इस घटना पर अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके बाद ब्राह्मण महासभा की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है, जिसमें कथावाचकों पर छेड़खानी के आरोप लगाए गए हैं. इतना ही नहीं, यह भी दावा किया गया है कि वे कथावाचक फर्जी आधार कार्ड के जरिए ब्राह्मण बनकर आए थे.

दक्षिणा लेना भी बंद कर दें-अखिलेश यादव
इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अखिलेश ने इसे ‘प्रभुत्ववादी ताकतों का खेल’ बताते हुए कहा कि अगर कथावाचन में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज के लोगों से इतना परहेज है, तो फिर वर्चस्ववादी कथावाचक लोग उनका दिया दान, चढ़ावा और दक्षिणा लेना भी बंद कर दें.

दबे-कुचले समाजों को सताया जाता है
अखिलेश ने बिना किसी संदर्भ के आरोप लगाया कि प्रदेश की सत्ता अब महज ढाई हजार लोगों के इशारे पर चल रही है, जो समाज पर अपने प्रभुत्व को थोपना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के इसी रवैये से कुछ वर्गों को यह गलतफहमी हो गई है कि वे समाज में जो चाहे, वह कर सकते हैं.यह सब सरकार की मौन सहमति से हो रहा है. जब सरकार कोई कड़ा संदेश नहीं देती, तो यही होता है कि दबे-कुचले समाजों को सताया जाता है.

पीडीए की एकता से ढहेगा वर्चस्व का किला
अखिलेश ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह सरकार संविधान की आत्मा के खिलाफ जाकर समाज में विभाजन कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि केवल एक जाति को ही कथा कहने का अधिकार है, तो वह इस पर कानून बनाकर दिखाए. उन्होंने चेतावनी दी कि जिस दिन पीडीए समाज ने अपनी अलग कथा कहनी शुरू कर दी, उस दिन सदियों से चली आ रही ‘परंपरागत सत्ता’ का साम्राज्य ढह जाएगा. 

ब्राह्मण महासभा ने दी प्रतिक्रिया
घटना को लेकर गांव की महिला रेनू तिवारी ने कथावाचकों पर छेड़खानी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि कथा के बाद भोजन के समय कथावाचक ने उनके साथ बदतमीजी की, जिसके बाद गांव के लोग आक्रोशित हो गए. वहीं, ब्राह्मण समाज महासभा के अध्यक्ष अरुण दुबे ने कहा कि कथावाचक फर्जी आधार कार्ड के जरिए ब्राह्मण बनकर आए थे.हालांकि उन्होंने मारपीट की निंदा की और निष्पक्ष जांच की मांग की. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यादव कथावाचक का दो आधार कार्ड की फोटो वायरल हो रही है, जिससे देखा जा सकता है कि एक में मुकट मणी अग्निहोत्री दूसरे में मुक्त सिंह है. 

‘सिर्फ जाति पूछी, फिर पूरी रात प्रताड़ना दी गई’
पीड़ित कथावाचकों ने बताया कि उन्हें कथा के दौरान जब उनकी जाति पूछी गई और पता चला कि वे यादव समाज से हैं, तो उनका अपमान शुरू हुआ. बाल काट दिए गए, हारमोनियम तोड़ा गया और उन्हें जबरन महिला के पैर छूने के लिए मजबूर किया गया. कुछ आरोप तो यह भी हैं कि उन पर मानव मूत्र तक छिड़का गया.

अखिलेश यादव और यादव कथावाचक का वायरल वीडियो
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें  अखिलेश यादव ने सपा कार्यालय में यादव कथावाचकों को सम्मानित किया. इस दौरान बताया जा रहा है कि उसको  21-21 हजार रुपये की धनराशि भी दिया गया.
इसके बाद 51-51 और देने की बात भी की गई. 

पुलिस का बयान
वहीं इस मामले में पुलिस का बयान आया है कि  घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया होने के बाद मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है. 

और पढे़ं: 

17 और 22 में लड़े हैं, 27 में भी लड़ेंगे...ओम प्रकाश राजभर ने मऊ सीट को लेकर फ‍िर किया ये बड़ा ऐलान

अगर हिम्मत है तो...ओपी राजभर ने अखिलेश को दिया चैलेंज, पीडीए पर किया तीखा पलटवार
 

TAGS

Trending news

;