Samajwadi Party: सपा में भूचाल! 3 विधायकों को निकाला, ब्रजेश पाठक बोले- 'जमीन खिसक गई है'
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Samajwadi Party: सपा में भूचाल! 3 विधायकों को निकाला, ब्रजेश पाठक बोले- 'जमीन खिसक गई है'

Samajwadi Party Politics: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर गरमाहट आ गई है. समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने तीन विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है.

Samajwadi Party: सपा में भूचाल! 3 विधायकों को निकाला, ब्रजेश पाठक बोले- 'जमीन खिसक गई है'

Samajwadi Party MLA Expulsion: उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर गरमाहट आ गई है. समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने तीन विधायकों को पार्टी से निलंबित कर दिया है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है. यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को इस घटना पर समाजवादी पार्टी को जमकर घेरा और कहा कि सपा अब पूरी तरह से हाशिए पर आ चुकी है. उन्होंने सपा नेतृत्व पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी 'जमीन खिसक चुकी है'!

पाठक का सीधा वार

सोमवार को जब मीडिया ने ब्रजेश पाठक से सपा द्वारा अपने विधायकों पर की गई कार्रवाई के बारे में पूछा, तो उन्होंने साफ कहा, "समाजवादी पार्टी का नेतृत्व पूरी तरह से तनाव में है और उनकी जमीन खिसक चुकी है." पाठक ने सपा के पिछले शासनकाल की याद दिलाते हुए कहा कि लोग उनकी सरकार के दौरान हुई गुंडई और अराजकता को भूले नहीं हैं. उन्होंने दावा किया कि आज उत्तर प्रदेश देश में कानून-व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में नंबर एक राज्य बन चुका है. उनका कहना था कि जनता मानती है कि बीजेपी और योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बहुत बेहतर काम किया है.

'आजादी' का स्वागत

सपा से निकाले गए विधायकों में से एक राकेश प्रताप सिंह ने इस फैसले पर अपनी चौंकाने वाली प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि वह पार्टी के इस फैसले का स्वागत करते हैं. उनका कहना था, "आजादी के साथ अब अपनी बातें कह पाऊंगा." यह बयान अपने आप में बहुत कुछ कहता है और दिखाता है कि पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं था.

अखिलेश पर लगे गंभीर आरोप

राकेश प्रताप सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने अखिलेश यादव पर सीधे-सीधे गंभीर आरोप लगाए. राकेश प्रताप सिंह ने कहा, "एक परिवार के विरोध की विचारधारा थी. मैं 'पीडीए' (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का विरोधी नहीं हूं." उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जिसके दुख-सुख में उनकी भागीदारी नहीं रहती है. राकेश प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हें 'पीडीए विरोधी' विचारधारा के चलते निष्कासित करने की बात वे लोग कर रहे हैं, जो खुद परिवारवाद को बढ़ावा देना चाहते हैं. यह आरोप सपा की 'पीडीए' की राजनीति पर सीधा सवाल उठाता है.

किन विधायकों पर गिरी गाज और सपा का आधिकारिक बयान

समाजवादी पार्टी ने गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह के अलावा गोसाईगंज विधायक अभय सिंह और ऊंचाहार के विधायक मनोज कुमार पांडेय को पार्टी से निष्कासित किया है. सपा ने आधिकारिक तौर पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि इन विधायकों को "समाजवादी सौहार्दपूर्ण सकारात्मक विचारधारा की राजनीति के विपरीत साम्प्रदायिक विभाजनकारी नकारात्मकता, किसान, महिला, युवा, कारोबारी, नौकरीपेशा और 'पीडीए विरोधी' विचारधारा का साथ देने के कारण" पार्टी से निष्कासित किया गया है.

'हृदय परिवर्तन' और 'जन-विरोधी' लोगों के लिए कोई जगह नहीं

सपा ने अपने 'एक्स' (पहले ट्विटर) पोस्ट में भी इस निष्कासन पर टिप्पणी की. उन्होंने लिखा, "इन लोगों को हृदय परिवर्तन के लिए दी गई समय-सीमा अब पूर्ण हुई, शेष की समय-सीमा अच्छे व्यवहार के कारण शेष है." पोस्ट में आगे कहा गया, "भविष्य में भी 'जन-विरोधी' लोगों के लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं होगा और पार्टी के मूल विचार की विरोधी गतिविधियां सदैव अक्षम्य मानी जाएंगी." यह बयान सपा की आंतरिक अनुशासन और भविष्य की रणनीति की ओर भी इशारा करता है, जहां पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटकने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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