Kaun Banega Uprashtrapati: पहला नामांकन 7 अगस्त को डॉ. के. पद्मराजन ने दाखिल किया. इनके साथ निर्वाचन नामावली की सर्टिफाइड कॉपी नहीं थी और जो प्रति दी गई, वह अधिसूचना जारी होने से पहले की थी.
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Vice Presidential Election 2025: जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद चर्चा तेज हो गई है कि कौन इस अहम कुर्सी पर बैठेगा. लिहाजा चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. उपराष्ट्रपति पद के लिए कई उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया, जिसमें कई खारिज हो गए हैं. चुनाव आयोग की ओर से जारी डेटा के मुताबिक, 7 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, जिनमें से अधिकांश जरूरी दस्तावेजों की कमी के कारण अस्वीकार कर दिए गए.
किन लोगों का खारिज हो गया पर्चा
पहला नामांकन 7 अगस्त को डॉ. के. पद्मराजन (3/3.23ए पद्मा निवास, रामनगर, सलेम, तमिलनाडु) ने दाखिल किया. इनके साथ निर्वाचन नामावली की प्रमाणित प्रति नहीं थी और जो प्रति दी गई, वह अधिसूचना जारी होने से पहले की थी. 15,000 रुपए की डिपॉजिट राशि जमा की गई थी, लेकिन दस्तावेज की कमी के कारण पर्चा धारा 5बी(4) के तहत खारिज हो गया.
चुनाव आयोग को क्या लगी कमी?
दूसरा नामांकन जीवन कुमार मित्तल (एसएफ, 34बी, डी ब्लॉक, मोती नगर, दिल्ली) ने दाखिल किया. इनके साथ भी निर्वाचन नामावली की सर्टिफाइड कॉपी पुरानी तारीख की थी. हालांकि, इन्होंने डिपॉजिट राशि जमा की थी. इनकी भी नामांकन चुनाव आयोग ने खारिज कर दी है. तीसरा नामांकन नैडुगारी राजशेखर (श्रीमुखलिंगम गांव, आंध्र प्रदेश) का था. इनके दस्तावेजों में निर्वाचन नामावली की सर्टिफाइड कॉपी ही नहीं थी और डिपॉजिट मनी भी जमा नहीं हुई थी. यह नामांकन भी खारिज कर दिया गया.
नहीं जमा की थी डिपॉजिट मनी
11 अगस्त को चौथा और पांचवां नामांकन क्रमशः नैडुगारी राजशेखर और जीवन कुमार मित्तल ने फिर से दाखिल किए. राजशेखर के नामांकन में न तो निर्वाचन नामावली की सर्टिफाइड कॉपी थी और न ही डिपॉजिट राशि जमा थी, जिससे उनका पर्चा फिर खारिज हो गया. जीवन कुमार मित्तल का इस बार का नामांकन सही दस्तावेजों और डिपॉजिट मनी के साथ जमा हुआ. उनका नामांकन इस बार स्वीकार हो गया है.
छठा नामांकन डॉ. मंदाती तिरुपति रेड्डी (बी-118, एलजीएफ, राइट साइड, अमृतपुरी बी, ईस्ट ऑफ कैलाश, नई दिल्ली) का था. इनके दस्तावेजों में निर्वाचन नामावली की कॉपी पुरानी तारीख की थी. हालांकि, डिपोजिट राशि जमा थी. यह पर्चा भी धारा 5बी(4) के तहत खारिज हुआ.
जीवन कुमार का स्वीकार हुआ नामांकन
सातवां नामांकन जलालुद्दीन (92, मंगालिया मोहल्लाग्राम, भागू का गांव, तहसील व जिला जैसलमेर, राजस्थान) का था. इनके पास भी निर्वाचन नामावली की कॉपी पुरानी तारीख की थी, लेकिन डिपॉजिट राशि जमा थी. यह नामांकन भी अस्वीकार हो गया.
अब तक केवल जीवन कुमार मित्तल का 11 अगस्त को दाखिल किया गया नामांकन ही वैध दस्तावेजों के साथ स्वीकार हुआ है, जबकि बाकी सभी उम्मीदवार दस्तावेजों की कमी या पुराने प्रमाण पत्रों के कारण बाहर हो गए हैं. चुनाव प्रक्रिया आगे बढ़ने के साथ अब नजर इस बात पर है कि अंतिम उम्मीदवारों की सूची में कौन-कौन शामिल होगा.