True Story Based Docu-Series: ऐसे कई ओटीटी प्लेटफॉर्म है जहां दुनिया में घटी सच्ची घटानाओं को रियल फुटेज, ऑडियो-वीडियो और चश्मदीदों-पुलिस वालों की गवाही के साथ दिखाया जाता है. आज हम आपको ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली सच्ची कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक बच्चे की है. तस्वीर में ये जो नन्हा सा बच्चा दिखाई दे रहा है ये 8 साल की उम्र में अपनी जान जाने तक अपनी ही मां की क्रूरता का शिकार हुआ.
दुनिया में कई ऐसी सच्ची घटनाएं हैं, जिन्हें कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर असली वीडियो, ऑडियो और चश्मदीदों की गवाही के साथ दिखाया जाता है. आज हम आपको एक ऐसी ही रूह कंपा देने वाली सच्चाई बताने जा रहे हैं. तस्वीर में जो छोटा सा मासूम बच्चा नजर आ रहा है, उसकी कहानी बेहद दुखद है. ये 8 साल की उम्र में ही इस दुनिया छोड़ चुका है, जिसकी पीछे किसी और का नहीं बल्कि उनकी खुद की मां का हाथ, जिसकी क्रूरता ये ये शिकार बना. ये कहानी हर किसी को झकझोर देती है.
इस सीरीज का निर्देशन ब्रायन नैपेनबर्गर ने किया है, जो पहले भी कई डॉक्यूमेंट्री बना चुके हैं. इस सीरीज की कहानी पत्रकार गैरेट थेरॉल्फ की रिपोर्ट पर आधारित है. ये सीरीज सिर्फ एक बच्चे की दर्दनाक मौत की कहानी नहीं है, बल्कि बताती है कि कैसे सरकारी और सामाजिक तंत्र एक मासूम को बचाने में नाकाम रहे. हम यहां नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री The Trials of Gabriel Fernandez की बात कर रहे हैं, जो एक सच्ची घटना पर बनी 6 एपिसोड की सीरीज है, जो साल 2020 में रिलीज हुई थी.
ये कहानी 8 साल के गैब्रियल फर्नांडीज की है, जिसकी साल 2013 में उसकी मां पर्ल फर्नांडीज और उनके बॉयफ्रेंड इसारो अगुइरे ने हत्या कर दी थी. गैब्रियल को महीनों तक बुरी तरह मारा गया, भूखा रखा गया और कई बार मिर्ची स्प्रे या बीबी गन से यातना दी गई. हालत बिगड़ने पर मई 2013 में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. कई बार रिपोर्ट होने के बावजूद सरकारी एजेंसियों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे एक मासूम की जान चली गई. इस सीरीज की कहानी दिल दहला सकती है.
सीरीज में चार्ट भी दिखाया गया है. बच्चे कहां-कहां चोट लगी थी और कितनी हड्डियां टूटी. इस सीरीज में कोर्ट के असली फुटेज, इंटरव्यू और घटनाओं के नाट्य रूपांतर के जरिए पूरी कहानी को दिखाया गया है. सीरीज में टोटल 6 एपिसोड हैं, जिनके नाम हैं A Shock to the System, Evil in This Courtroom रखा गया है. हर एपिसोड लगभग 50 से 60 मिनट का है. ये सीरीज 2020 को नेटफ्लिक्स पर आई थी और दुनियाभर में टॉप ट्रेंडिंग में रही थी. कोर्ट से खास परमिशन लेकर असली सुनवाई के वीडियो दिखाए गए हैं, जिससे इसकी सच्चाई सबके सामने आ सकी.
इस सीरीज को IMDb पर 8.1/10 की रेटिंग और रॉटेन टोमैटोज पर 80% स्कोर मिला है. दर्शकों और क्रिटिक्स ने इसकी गहराई, दर्द और जरूरी सवाल उठाने के लिए काफी सराहना की है. हालांकि, इसमें कुछ सीन फिल्मी तरीके से दिखाए गए हैं, लेकिन वो भी दर्शकों पर काफी प्रभाव डालते हैं. अगर आप भी इस तरह की डॉक्टूमेट्री देखना पसंद करते हैं या इस कहानी को देखना चाहते हैं तो आप इसको हिंदी भाषा में नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं, लेकिन कमजोर दिल वाले इस सीरीज से दूर रहे हैं, क्योंकि ये झकझोर कर रख देती है.
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