जब आप AC का यूज करते हैं तो इस दौरान पंखे को स्लो स्पीड पर चलाएं. पंखा ठंडी हवा को पूरे कमरे में तेजी से फैलाता है, जिससे कम समय में कमरा ठंडा हो जाता है और AC पर कम लोड पड़ता है. इससे बिजली की बचत होती है. कमरा ठंडा होने के बाद आप AC को बंद कर सकते हैं.
AC का यूज करते समय ये सुनिश्चित करें कि कमरे के दरवाजे और खिड़कियां ठीक से बंद हों. यदि कमरे में हवा का रिसाव होगा, तो AC को कमरे को ठंडा करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी, जिससे बिजली का बिल बढ़ सकता है.
समय-समय पर AC के फिल्टर को साफ करें. गंदा फिल्टर हवा के प्रवाह को रोकता हैं, जिससे AC की परफॉर्मेंस कम हो सकती है और वह ज्यादा बिजली कंज्यूम कर सकता है. साल में एक बार पेशेवर से AC की सर्विसिंग करवाना भी अच्छा होता है.
अगर आप नया AC खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन्वर्टर तकनीक वाला AC चुन सकते हैं. यह सामान्य AC की तुलना में ज्यादा अच्छे माने जाते हैं. जिससे आपको बिजली बचाने में मदद मिलेगी.
मई से जून के दौरान तापमान भारत के अधिकांश हिस्सों में काफी अधिक होता है (35°C से 45°C तक), ऐसे में AC को सही टेंपरेचर पर चलाना न सिर्फ कूलिंग के लिए बेहतर होता है बल्कि बिजली बचाने में भी मदद करता है. मई से लेकर जून तक आप AC को 24-26 डिग्री सेल्सियस पर चला सकते हैं, जिससे बिजली का बिल कंट्रोल रहे.
ट्रेन्डिंग फोटोज़