Roti Vastu Tips: आमतौर पर हर घर में रोटी बनाई जाती है. कुछ लोग तो चावल की जगह रोटी खाना पसंद करते हैं. लेकिन, कुछ अवसर ऐसे होते हैं जब रोटी बनाना बेहद अशुभ माना जाता है. आइए जानते हैं कि घर में कब-कब रोटी नहीं पकाना चाहिए.
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Roti Vastu Tips: रोटी भोजन का एक ऐसा अंक है जिसे हर घर में बनाया जाता है. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार कुछ विशेष दिनों पर रोटी नहीं बनाने की परंपरा है. ऐसा माना जाता है कि इन दिनों रोटी पकाने से मां लक्ष्मी अप्रसन्न हो सकती हैं, जिससे घर में दरिद्रता का वास हो सकता है और परिवार की प्रगति में बाधाएं आ सकती हैं. शास्त्रों के अनुसार, कुछ विशेष तिथियों पर घर में रोटी बनाने से बचना चाहिए. आइए सनानत धर्म की मान्यताओं के अनुसार जानते हैं कि कब-कब रोटी बनाना अशुभ माना गया है.
अमावस्या तिथि
अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित माना जाता है. इस दिन रोटी बनाने से अशुभता और दरिद्रता आने की आशंका होती है. मान्यता है कि इस तिथि पर केवल सादा भोजन या खीर बनाकर पितरों को अर्पित करना चाहिए.
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति के दिन रोटी बनाने से बचना चाहिए. परंपरा के अनुसार, इस दिन खिचड़ी बनाना शुभ माना जाता है. सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के कारण यह दिन अत्यंत पावन होता है.
संकष्टी चतुर्दशी
हर महीने आने वाली कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्दशी पर भी रोटी बनाने से परहेज करना चाहिए. इस दिन नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक माना जाता है और फलाहार या हल्का भोजन करने की परंपरा होती है.
दिवाली
दिवाली के दिन रोटी नहीं बनानी चाहिए. इस पर्व पर घर में मिठाइयां और पकवान बनाए जाते हैं ताकि मां लक्ष्मी का आगमन हो सके. ऐसी मान्यता है कि इस दिन रोटी बनाने से लक्ष्मी का स्थायी वास घर में नहीं होता.
श्राद्ध पक्ष
पितृ पक्ष में श्राद्ध की तिथि पर रोटी बनाने की मनाही होती है. इस समय खीर और पितरों को प्रिय पकवान बनाने का नियम है, जिससे उनकी आत्मा तृप्त होती है.
शीतला अष्टमी
शीतला अष्टमी के दिन मां शीतला की पूजा बासी भोजन से की जाती है. इस दिन चूल्हे पर खाना बनाने या रोटी पकाने की परंपरा नहीं होती.
नाग पंचमी
नाग पंचमी के अवसर पर तवे को नाग के फन का प्रतीक माना जाता है. इसलिए इस दिन रोटी नहीं पकाई जाती, बल्कि अन्य बर्तनों में भोजन तैयार किया जा सकता है.
घर में मृत्यु होने पर
यदि घर में किसी की मृत्यु हो जाती है तो तेरहवीं तक रोटी बनाने का नियम नहीं है. इस अवधि में अन्य रिश्तेदार या पड़ोसी भोजन बनाकर भेजते हैं.
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी पर रोटी बनाने के बजाय पकवान तैयार कर मां सरस्वती को भोग लगाया जाता है. इस दिन मालपुए का भोग विशेष रूप से शुभ माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)