Surya Grahan 2025 Mantra for Pregnant Women: ग्रहण काल को आध्यात्मिक साधना और जप-तप के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दौरान मंत्र जाप करने से नकारात्मक प्रभावों से बचाव होता है और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है.
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Surya Grahan 2025 Mantra:ज्योतिषीय गणना के मुताबिक 29 मार्च को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य धरती के बीच चंद्रमा आ जाता है तो चांद के पीछे सूर्य का बिंब कुछ समय के लिए पूरी तरह से ढक जाता है. इस खगोलीय प्रक्रिया को सूर्य ग्रहण कहा जाता है. सूर्य ग्रहण से सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं को सावधान रहना होता है क्योंकि इसका सूतक ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शूरू हो जाता है. चूंकि, साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा लेकिन गर्भवती महिलाएं अगर विशेष मंत्रों का जाप करेंगे तो उन्हें ग्रहण के सूतक का भय नहीं सताएगा और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी अच्छा रहेगा. आइए जानते हैं उन विशेष मंत्रों के बारे में जिसका जाप सूर्य ग्रहण के दौरान किया जा सकता है.
महामृत्युंजय मंत्र – स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
यह मंत्र रोग, अकाल मृत्यु और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है. ग्रहण के समय इस मंत्र का जाप करने से मन और शरीर की शुद्धि होती है.
विष्णु मंत्र- पितृ दोष और ग्रह दोष निवारण के लिए
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय॥
यह मंत्र राहु-केतु के अशुभ प्रभावों को कम करता है. पितृ दोष निवारण और पूर्वजों की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत प्रभावी है.
सूर्य मंत्र- आत्मबल और सफलता के लिए
ॐ घृणिः सूर्याय नमः॥
ऊं ह्रीं घृणि सूर्य आदित्य: श्रीं॥
सूर्य मंत्र का जाप करने से आत्मविश्वास बढ़ता है. यह मंत्र सूर्य दोष को समाप्त कर नौकरी, व्यवसाय और मान-सम्मान में वृद्धि करता है.
रोग मुक्ति मंत्र- स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए
ॐ मां भयात् सर्वतो रक्ष, श्रियं वर्धय सर्वदा।
शरीरारोग्यं मे देहि, देव-देव नमोऽस्तु ते॥
इस मंत्र का जाप करने से रोगों से मुक्ति और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है. इसके अलावा यह मंत्र गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत के लिए भी अच्छा होता है.
सूर्य ग्रहण 2025 डेट और टाइमिंग
ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक, इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा. ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो कि भारत में दिखाई नहीं देगा. हालांकि, भारतीय समय के अनुसार, यह ग्रहण दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 13 मिनट पर खत्म होगा.
क्या सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा?
सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू होता है, लेकिन चूंकि यह आंशिक सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।. हालांकि, इसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर अवश्य पड़ेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)