'शुभांशु, बस आंखें खुली रखना...', भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने Shubhanshu Shukla को दिया‌ टिप्स, पूरी बात जानकर सब हैरान हो जाएंगे
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'शुभांशु, बस आंखें खुली रखना...', भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने Shubhanshu Shukla को दिया‌ टिप्स, पूरी बात जानकर सब हैरान हो जाएंगे

Rakesh sharma congratulated astronaut Shubhanshu Shukla: भारत का नाम आज इतिहास में दर्ज कराने के लिए शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में उड़ान भरने को तैयार हैं. वो भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, जिन्हें ये मौका मिला है. उनसे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराया था. जिन्होंने शुभांशु को शुभकामनाएं दीं हैं और और कई दिलचस्प बातें कही है. जानें पूरी बात.

'शुभांशु, बस आंखें खुली रखना...', भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने Shubhanshu Shukla को दिया‌ टिप्स, पूरी बात जानकर सब हैरान हो जाएंगे

Axiom-4 mission Launch Date: आज 25 जून 2025 को भारत का एक और सितारा अंतरिक्ष की सैर पर निकल रहा है. 39 साल के शुभांशु शुक्ला आज फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से SpaceX के फाल्कन-9 रॉकेट पर सवार होकर अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे. वो भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री होंगे, जिन्हें ये मौका मिला है. उनसे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराया था. एक मीडिया से बातचीत में राकेश शर्मा ने बातचीत में शुभांशु को शुभकामनाएं दीं और कई दिलचस्प बातें कही हैं.

“सपनों को सच करने का मौका है”
1984 में राकेश शर्मा सोवियत सोयुज यान से अंतरिक्ष गए थे. चार दशक बाद अब शुभांशु अंतरिक्ष की सैर करने जा रहे हैं. एक मीडिया चैनल से बातचीत में राकेश शर्मा ने कहा, “ये भारत के स्पेस प्रोग्राम के लिए बहुत खास समय है. शुभांशु को जो मौका मिला है, वो इसका पूरा फायदा उठाएंगे. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर उनका अनुभव भारत के लिए बहुत काम आएगा.” हंसते हुए उन्होंने कहा, “मैं उनकी वापसी का इंतज़ार कर रहा हूं, ताकि पूछ सकूं कि 40 साल में अंतरिक्ष में क्या-क्या बदला!”

शुभांशु की ट्रेनिंग पर राकेश का भरोसा
एक सवाल में जब राकेश से पूछा गया कि क्या शुभांशु एक अच्छे अंतरिक्ष यात्री बनेंगे, तो राकेश शर्मा ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “बिल्कुल! उनकी ट्रेनिंग शानदार रही है. इसरो को तो आप जानते ही हैं, वो फेल होने वालों में से नहीं है. शुभांशु का अनुभव हमारे स्पेस प्रोग्राम को और मज़बूत करेगा. भगवान उन्हें आशीर्वाद दे!”

भारतीय स्पेस सूट का सपना
राकेश शर्मा ने बताया कि शुभांशु SpaceX का सूट पहनकर अंतरिक्ष जाएंगे, लेकिन भविष्य में भारतीय अंतरिक्ष यात्री अपने देसी सूट में उड़ान भर सकते हैं. उन्होंने कहा, “शुरुआत में शायद रशियन सूट ही इस्तेमाल हों, लेकिन हमारा अपना सूट भी बन रहा है. ये सब धीरे-धीरे होगा, क्योंकि अंतरिक्ष में जल्दबाजी की कोई जगह नहीं है.”

भारत का अंतरिक्ष में बुलंद सपना
राकेश शर्मा ने भारत के गगनयान मिशन और चांद पर कदम रखने के सपने पर भी बात की. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2040 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन और चंद्रमा मिशन का सपना देखा है. ये प्लान शानदार हैं. दुनिया को भारत के स्पेस प्रोग्राम की ज़रूरत है.” हालांकि, 80 साल की उम्र में वो हंसते हुए बोले, “शायद मैं ये सब देख न पाऊं, लेकिन ये सपने ज़रूर पूरे होंगे.”

शुभांशु के लिए राकेश का खास संदेश
अंत में राकेश शर्मा ने शुभांशु को दिल छू लेने वाला संदेश दिया, “शुभांशु, बस आंखें खुली रखना और इस सैर का पूरा मज़ा लेना. मैं तुम्हारा इंतज़ार करूंगा, ताकि तुम मुझे बता सको कि इन 40 सालों में अंतरिक्ष में क्या बदला!”

कब और कहां से होगी लॉन्च?
लॉन्च का समय दोपहर करीब 12:30 बजे (IST) रखा गया है. यह फ्लॉरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से होगा. अंतरिक्ष यान को 28 घंटे का सफर तय करने के बाद गुरुवार दोपहर करीब 4:30 बजे (IST) इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ना है. मिशन की टीम ISS पर करीब 14 दिन बिताएगी, जहां वे कई वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे.

हर बार बदलती रही लॉन्च की डेट
लॉन्च की नई तारीख की घोषणा मंगलवार को लॉन्च से ठीक एक दिन पहले की गई थी. मिशन की शुरुआत 29 मई को की गई थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण इसमें बार-बार देरी हुई, जिसमें ISS के रूसी निर्मित ज़्वेज़्दा मॉड्यूल में रिसाव भी शामिल था. 2019 में पहली बार पता चला यह रिसाव कई सालों से मरम्मत के अधीन था और Axiom-4 लॉन्च से पहले इसे ठीक कर दिया गया था.

लास्ट में सिस्टम में होने लगा था रिसाव
एक भारतीय अधिकारी ने बताया कि रिसाव ठीक करने के बाद पूरे सिस्टम की जांच जरूरी थी, ताकि कोई और खराबी न हो. इस वजह से आखिरी बार लॉन्च को टाला गया. अब सभी जांच पूरी हो चुकी हैं, और मिशन के लिए हरी झंडी मिल गई है.

भारत के लिए एक्सिओम-4 मिशन बेहद महत्वपूर्ण
भारत के लिए एक्सिओम-4 मिशन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस मिशन के तहत ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री के रूप में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा करेंगे. शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर विशेष खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोग करेंगे, जो भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों और अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद अहम होंगे.

भारत का बेटा रचेगा इतिहास
नासा के मुताबिक, इस मिशन का नेतृत्व पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस में मानव अंतरिक्ष उड़ान निदेशक पेगी व्हिटसन करेंगी. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इस मिशन में पायलट की भूमिका निभाएंगे. दो मिशन विशेषज्ञों में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के प्रोजेक्ट अंतरिक्ष यात्री स्लावोश उज्नान्सकी (पोलैंड) और हंगरी के टिबोर कापु शामिल हैं. आपको बता दें कि एक्सिओम मिशन 4 को 19 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए लॉन्च किया जाना था, जिसे स्थगित कर 22 जून कर दिया गया था. हालांकि, 22 जून को भी ये मिशन स्थगित कर दिया गया है. मिशन को 5वीं बार टाल दिया गया था और अब नई तारीख का ऐलान किया गया है. पूरी दुनिया की नजरें इस लॉन्च पर टिकी हैं. 

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