NASA vs SpaceX: NASA के दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर पिछले आठ महीनों से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं. यह मिशन केवल आठ दिन का होना था.
Trending Photos
NASA vs SpaceX: NASA के दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर पिछले आठ महीनों से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं. यह मिशन केवल आठ दिन का होना था. लेकिन तकनीकी खामियों और देरी की वजह से अब नौ महीने लंबा हो चुका है.
मिशन में कैसे आई समस्या?
जून 2023 में विलियम्स और विलमोर ने Boeing के Starliner स्पेसक्राफ्ट से ISS के लिए उड़ान भरी थी. लेकिन यह मिशन शुरू से ही तकनीकी दिक्कतों से घिरा रहा. लॉन्च से पहले के दौरान और बाद में स्पेसक्राफ्ट में थ्रस्टर और हीलियम लीक्स की समस्या आई. इन दिक्कतों की वजह से NASA ने उनकी वापसी को टाल दिया. Boeing को 12 हफ्ते दिए ताकि वह इन्हें ठीक कर सके.
क्या NASA ने SpaceX की मदद लेने में देर कर दी?
NASA ने अगस्त 2023 में फैसला किया कि Starliner से एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाने की अनिश्चितता बहुत ज्यादा है. इसलिए उन्होंने SpaceX को वापस लाने का जिम्मा दिया और Starliner को बिना क्रू के धरती पर लौटाया. लेकिन स्पेस सिस्टम के पूर्व कमांडर रूडी रिडोल्फी का कहना है कि NASA ने SpaceX की मदद लेने में देरी की क्योंकि बाइडेन प्रशासन और एलन मस्क के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं.
एलन मस्क का दावा.. NASA ने 'राजनीतिक वजहों' से मदद नहीं ली
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक एलन मस्क ने हाल ही में दावा किया कि वह SpaceX के जरिए इन अंतरिक्ष यात्रियों को महीनों पहले वापस ला सकते थे. लेकिन बाइडेन प्रशासन ने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि NASA ने राजनीतिक कारणों से उनकी वापसी को टाला.
You are fully retarded.
SpaceX could have brought them back several months ago.
I OFFERED THIS DIRECTLY to the Biden administration and they refused.
Return WAS pushed back for political reasons.
Idiot.
— Elon Musk (@elonmusk) February 20, 2025
NASA ने खारिज किए राजनीतिक आरोप
NASA ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस फैसले में राजनीति की कोई भूमिका नहीं थी. NASA के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि यह पूरी तरह से तकनीकी निर्णय था. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.
क्या NASA और Boeing के बीच कॉन्ट्रैक्ट की वजह से देरी हुई?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि NASA और Boeing के बीच 4.2 बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट है. जिसमें Starliner के डेवलपमेंट और मिशन शामिल हैं. इससे NASA के लिए Boeing को प्राथमिकता देना जरूरी हो सकता था. हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि SpaceX की विश्वसनीयता को देखते हुए NASA ने अंततः SpaceX को वापसी का जिम्मा सौंपा.
अंतरिक्ष यात्री खुद क्या कह रहे हैं?
इस पूरे विवाद के बीच विलमोर और विलियम्स ने कहा कि वे अकेला या फंसा हुआ महसूस नहीं कर रहे हैं. CNN को दिए इंटरव्यू में विलमोर ने कहा कि हम पूरी तरह से तैयार होकर आए थे. हमें पता था कि मिशन लंबा हो सकता है. हम यहां फंसा हुआ महसूस नहीं करते.
अब क्या होगा?
NASA ने हाल ही में SpaceX के लॉन्च शेड्यूल में बदलाव किया है. जिससे अब इन अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी 19 या 20 मार्च 2024 को हो सकती है. यह घटना सिर्फ तकनीकी खामियों का नतीजा थी या NASA और SpaceX के बीच की राजनीति का असर? यह बहस अभी भी जारी है.