Shreyas Iyer: ये होता है कप्तान... टीम के लिए दे दी शतक की 'बलि', श्रेयस अय्यर की जितनी तारीफ करो कम!
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Shreyas Iyer: ये होता है कप्तान... टीम के लिए दे दी शतक की 'बलि', श्रेयस अय्यर की जितनी तारीफ करो कम!

आईपीएल 2025 के 5वें मुकाबले में पंजाब किंग्स ने गुजरात टाइटंस को 11 रन से धूल चटा दी. श्रेयस अय्यर जो 97 रन पर नाबाद लौटे, उनके पास शतक पूरा करने का मौका था, लेकिन टीम के लिए उन्होंने इसका बलिदान दे दिया, जिसकी दुनियाभर में तारीफ हो रही है.

Shreyas Iyer: ये होता है कप्तान... टीम के लिए दे दी शतक की 'बलि', श्रेयस अय्यर की जितनी तारीफ करो कम!

Shreyas Iyer: आईपीएल 2025 के 5वें मुकाबले में गुजरात टाइटंस ने पंजाब किंग्स को हरा दिया. इस रोमांचक भिड़ंत का नतीजा आखिरी ओवर में आया. श्रेयस अय्यर ने अपनी शानदार बैटिंग से तो फैंस का दिल जीता ही. इसके अलावा उन्होंने टीम के लिए अपने शतक का बलिदान भी दिया. इसकी हर कोई तारीफ कर रहा है. अय्यर को सेंचुरी के लिए सिर्फ 3 रन चाहिए थे, लेकिन उन्होंने टीम के बारे में सोचा. पहली बार पंजाब किंग्स की कमान संभाल रहे अय्यर का ऐसा करना वाकई काबिले तारीफ है. इसके लिए उनकी जितनी तारीफ की जाए कम ही है.

अगर बनता 100 तो होता पहला IPL शतक

बता दें कि आईपीएल में श्रेयस अय्यर के नाम एक भी शतक दर्ज नहीं है. बीती रात उनके पास इस लीग के इतिहास में अपना मेडन शतक पूरा करने का मौका था, लेकिन ऐसा हो नहीं सका, क्योंकि 30 साल के इस बल्लेबाज ने टीम के बारे में सोचा और 97 रन बनाकर नाबाद लौटे. उन्होंनेइस पारी में 9 छक्के और 5 चौके लगाए. अय्यर को शतक के लिए 3 ही रन चाहिए थे. पारी के आखिरी ओवर में शशांक सिंह स्ट्राइक पर थे. अय्यर चाहते तो उनसे कह सकते थे कि सिंगल लेकर स्ट्राइक मुझे दे दो, लेकिन टीम को बड़े टोटल की ओर ले जाना उनका लक्ष्य था, जिसका खुलासा शशांक ने किया. शशांक ने बताया किया कि अय्यर ने शतक की परवाह किए बिना उनसे बड़े शॉट्स और ज्यादा से ज्यादा रन बटोरे के लिए कहा.

शशांक ने खोला राज

शशांक ने आखिरी ओवर में 5 चौके लगाए और एक डबल रन लिया, के साथ जिससे ओवर में कुल 23 रन बने और पंजाब की टीम 243 रन के विशाल स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही. शशांक ने मैच में 16 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 44 रन की पारी खेली. अपनी शानदार बल्लेबाजी के बाद शशांक ने खुलासा किया कि श्रेयस ने ओवर से पहले उनसे कहा था कि शतक के बारे में भूल जाओ और रन बनाने पर ध्यान दो.

कप्तान ने थपथपाई शशांक की पीठ

पारी के अंत में श्रेयस अय्यर ने अपने साथी शशांक सिंह की पीठ थपथपाकर उनकी सराहना की. उन्होंने शतक चूकने पर कोई निराशा नहीं दिखाई, बल्कि अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताया. शशांक ने बताया, 'हां, यह एक अच्छा कैमियो था, लेकिन श्रेयस को देखकर मुझे और भी प्रेरणा मिली. मैं बहुत ईमानदारी से कहूं तो श्रेयस ने पहली गेंद से ही कहा कि मेरे शतक की चिंता मत करो.'

'मेरे 100 रन की चिंता मत करो'

मैच के बाद शशांक ने खुलासा किया कि उन्होंने आखिरी ओवर में श्रेयस को स्ट्राइक देने पर विचार किया था, लेकिन इससे पहले कि वह कुछ कह पाते, कप्तान खुद उनके पास आए और उनसे जितना संभव हो सके उतने बाउंड्री लगाने को कहा. शशांक ने कहा, 'मैंने स्कोरबोर्ड नहीं देखा. पहली गेंद पर मैंने शॉट मारा, बोर्ड पर नजर डाली तो देखा कि श्रेयस 97 रन पर थे. मैंने कुछ नहीं कहा. वह मेरे पास आए और कहा, 'शशांक, मेरे 100 रन की चिंता मत करो.' जाहिर है, मैं पूछने वाला था, 'क्या मुझे आपको एक रन देना चाहिए या कुछ और लेकिन इसके लिए बहुत हिम्मत और साहस की जरूरत होती है. आईपीएल में 100 रन आसानी से नहीं बनते.'

अय्यर की इस निस्वार्थता के बारे में बताते हुए शशांक ने आगे कहा, 'श्रेयस ने जिस तरह से मुझसे कहा, 'शशांक, जाओ और हर गेंद पर चौका या छक्का मारो.' इससे मेरा आत्मविश्वास और बढ़ गया. यह एक टीम गेम है, लेकिन उस समय निस्वार्थ होना मुश्किल है, श्रेयस उनमें से एक हैं. मैं उसे पिछले 10-15 सालों से जानता हूं, वह अब भी वैसे ही हैं. भगवान की कृपा से, हमने अच्छी एंडिंग की .'

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