DNA Analysis: ग्लोबल टाइम्स के आर्टिकल में ये दावा किया गया है कि ट्रंप भारत से इसीलिए नाराज हो गए हैं क्योंकि अमेरिका भारत के कृषि क्षेत्र में घुसना चाहता था, लेकिन भारत ने जब इससे मना कर दिया तो ट्रंप नाराज का ईगो हर्ट हो गया.
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DNA Analysis: ट्रंप और मुनीर का गठबंधन क्यों बना ये तो आप जान चुके होंगे. लेकिन ऐसा क्या हुआ कि जो ट्रंप कुछ दिनों पहले तक I LOVE INDIA कहा करते थे, वो अचानक भारत के जानी दुश्मन बन गए? ट्रंप दावा कर रहे हैं कि उन्होंने ऐसा इसीलिए किया क्योंकि भारत रूस से तेल और हथियार खरीदता है. लेकिन ये तो सिर्फ कहने वाली बात है. ये सिर्फ कूटनीति की भाषा है क्योंकि असली वजह कुछ और है. भारत पर 50 परसेंट टैरिफ की असल वजह ट्रंप के EGO PROBLEM को माना जा रहा है. EGO PROBLEM और 50 फीसदी टैरिफ का रिश्ता क्या है इसे समझने के लिए आपको एक विदेशी मीडिया का आर्टिकल. और अमेरिका के ही विदेश मामलों के एक एक्सपर्ट की बातों को देखना और समझना चाहिए.
चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स का मानना है कि ट्रंप ने भारत पर इतना भारी टैरिफ इस वजह से लगाया है क्योंकि भारत ने अमेरिकी की बात नहीं मानी. और अमेरिका के विल्सन सेंटर स्थित दक्षिण एशिया संस्थान के निदेशक माइकल कुगलमैन का ये दावा है कि अमेरिका ने 50 फीसदी टैरिफ सिर्फ इसीलिए लगाया क्योंकि भारत ने ट्रंप की बात न मानने के साथ साथ उनकी बात को काटा भी.
माना जा रहा है कि इसी वजह है ट्रंप का ईगो हर्ट हो गया. और ईगो हर्ट होने के बाद उन्होंने पहले 25 +25 यानी कुल मिलाकर 50 फीसदी टैरिफ भारत पर थोप दिया. ट्रंप का ईगो हर्ट होने वाली ये थ्योरी क्या है. उसे हम आसान भाषा में आपको समझा देते हैं.
ग्लोबल टाइम्स के आर्टिकल में ये दावा किया गया है कि ट्रंप भारत से इसीलिए नाराज हो गए हैं क्योंकि अमेरिका भारत के कृषि क्षेत्र में घुसना चाहता था, लेकिन भारत ने जब इससे मना कर दिया तो ट्रंप नाराज का ईगो हर्ट हो गया. दावा किया जा रहा है कि अमेरिका भारत के कृषि और डेयरी सेक्टर में घुसना चाहता था. अमेरिका अपने जेनेटिकली मॉडिफाइड यानी आनुवंशिक रूप से संशोधित खाद्य पदार्थ जैसे सोयाबीन, मक्का, कपास को भारत में बेचना चाहता था. अगर ऐसा हो जाता तो भारत के कृषि क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का हित कमजोर होता.
इसी वजह से जब भारत ने इसकी अनुमति नहीं दी और ट्रंप का ईगो हर्ट हो गया. माना जा रहा है कि 50% टैरिफ के पीछे की एक वजह ये भी है.
कमजोर ईगो वाले डोनल्ड ट्रंप का ईगो हर्ट होने की एक और वजह बताई है उन्हीं के देश के फॉरेन पॉलिसी एक्सपर्ट माइकल कुगेलमैन ने माइकल का दावा है कि ट्रंप भारत से इसीलिए नाराज हैं, क्योंकि भारत ने सीजफायर वाले उनके दावे को सिरे खारिज कर दिया था. ट्रंप बार-बार दावा कर रहे थे कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाई है. लेकिन भारत हर बार उनके इस दावे को खारिज करता जा रहा था.
भारत ने जितनी बार ट्रंप के सीजफायर वाले दावे को खारिज किया. उतनी बार ट्रंप का ईगो हर्ट हुआ और 50 फीसदी टैरिफ के पीछे इसे भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है. लेकिन इतने कमजोर ईगो वाले ट्रंप पहले भी कई बार ईगो हर्ट होने पर ऐसे फैसले ले चुके हैं जो उन्हें बाद में वापस लेना पड़ा है.
ट्रंप ने 2 अप्रैल 2025 को ये घोषणा कर दी की जो देश जितना टैरिफ अमेरिकी सामानों पर लागात है उस देश पर अमेरिका उतना टैरिफ लगाएगा. लेकिन बाद में उन्हें इस फैसले को 1 अगस्त तक टालना पड़ गया. ट्रंप ने जोश-जोश में चीन पर भी 245 फीसदी टैरिफ लगा दिया था. बाद में जब उन्हें स्थिति समझ में आई तो उन्हें टैरिफ को कम कर के 30 फीसदी करना पड़ा.
सिर्फ टैरिफ ही नहीं अपने फैसलों से ट्रंप पहले भी कई बार पीछे हट चुके हैं. जानकार मानते हैं कि भारत के खिलाफ भी ट्रंप जो कर रहे हैं वो उनकी ईगो प्रॉब्लम ही है. लेकिन देखना होगा की 50% टैरिफ वाले इस फैसले को लेकर ट्रंप डटे रहेंगे या पीछे हटेंगे.
सवाल तो ये भी उठ रहा है कि क्या ट्रंप पाकिस्तान का साथ देने के लिए भारत से दुश्मनी मोल ले रहे हैं. जिस वक्त भारत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मुनीर के मुल्क पाकिस्तान पर ताबड़तोड़ बमबारी कर रहा था. तब मुनीर के साथ साथ ट्रंप को भी एक डर सता रहा था कि भारत कहीं अपने ब्रह्मोस मिसाइल के साथ न्यूक्लियर बम से हमला न कर दे.
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि ट्रंप को डर था कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष लंबा चलता या स्थिति नियंत्रण से बाहर होती तो भारत ब्रह्मोस मिसाइल को परमाणु बम से लैस कर के पाकिस्तान पर हमला कर सकता था. ब्रह्मोस और भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति का डर ट्रंप के अंदर शायद ऐसा बैठा की बड़े बड़े हथियार बनाने वाले डोनल्ड ट्रंप ने अब टैरिफ को अपना हथियार बना लिया है.