खामेनेई को लेकर क्यों बंट गए ट्रंप-नेतन्याहू, जंग के बीच US के ऐलान से सकते में इजरायल
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खामेनेई को लेकर क्यों बंट गए ट्रंप-नेतन्याहू, जंग के बीच US के ऐलान से सकते में इजरायल

Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच युद्ध छठवें दिन प्रवेश कर गया है. वहीं ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई को मारने के प्लान को लेकर ट्रंप और नेतन्याहू का रुख अलग-अलग नजर आ रहा है.  

Ayatollah Ali Khamenei
Ayatollah Ali Khamenei

Where is Ayatollah Ali Khamenei: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई का खात्मा करने के मामले में अमेरिका और इजरायल की राहें अलग नजर आ रही हैं. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भले ही खामनेई के खात्मे के साथ ही युद्ध कुछ घंटों में खत्म करने का एक्शन प्लान बना रखा हो, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस के लिए राजी नहीं हैं.

डोनाल्ड ट्रंप ने जी7 समिट से अमेरिका लौटते ही मंगलवार को नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक ली थी. उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा, हमें पता है कि अली खामनेई कहां छिपे हैं, फिलहाल वो सुरक्षित हैं. लेकिन ईरान बिना शर्त सरेंडर कर दे और परमाणु हथियार बनाने का इरादा छोड़ दे. ट्रंप ने कहा, अमेरिका का संयम खत्म होता जा रहा है. उन्होंने कूटनीतिक रास्ते से मुद्दा हल का अभी भी संकेत दिया है. उन्होने यह भी कहा कि वो उप राष्ट्रपति जेडी वेंस और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को ईरानी नेताओं से मुलाकात के लिए भेज सकते हैं. 

वहीं बेंजामिन नेतन्याहू की इजरायली एयरफोर्स लगातार तेहरान में हवाई हमले कर रही है. खामनेई को मारने के प्लान से नेतन्याहू ने इनकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि इजरायल के लिए सारे विकल्प खुले हुए हैं. ट्रंप और नेतन्याहू के बीच फोन पर बातचीत भी हुई, लेकिन ट्रंप का खामेनेई को लेकर रुख नहीं बदला. यह एक हफ्ते में दूसरी बार है, जब ट्रंप ने खामेनेई को मारने के इजरायल के प्लान पर वीटो लगाया है.

उधर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि सैन्य तरीके से ईरान में सत्ता परिवर्तन ठीक नहीं होगा. इससे वहां अराजकता के हालात पैदा हो सकते हैं. 

अमेरिका भी जंग में कूदेगा
अमेरिका भी इजरायल और ईरान के बीच युद्ध में कूदने की तैयारी कर रहा है. यूरोप में तैनात अमेरिका के 24 लड़ाकू विमानों में से 17 को मध्य पूर्व की ओर भेजा गया है. मध्य पूर्व में अमेरिका के कई युद्धपोत पहले से ही तैनात हैं. ट्रंप ने कहा है कि ईरान के एयरस्पेस पर इजरायली एयरफोर्स पहले ही कब्जा जमा चुकी है. ऐसे में अमेरिका के लिए कोई टारगेट मुश्किल नहीं होगा. 

ईरान की मुश्किलें बढ़ीं
ईरान की मुश्किलें जॉर्डन ने भी बढ़ा दी है. ईरान से इजरायल की ओर दागी गईं कई मिसाइलों को जॉडर्न की एयरफोर्स ने इंटरसेप्ट कर उड़ा दिया है. जॉडर्न ने कहा है कि वो उसके वायुक्षेत्र का उल्लंघन नहीं करने देगा. ऐसे में अगर कोई मिसाइल उसके एयरस्पेस से गुजरेगाी तो उसे उड़ा दिया जाएगा. 

ईरान भी अड़ा
ईरान की राजधानी तेहरान को खाली करने की इजरायल और अमेरिका की चेतावनी के बीच खामेनेई के तेवर ठंडे नहीं पड़े हैं. ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने कहा है कि उसने इजरायल में उन एयरबेस को निशाना बनाया है, जहां से उस पर मिसाइल हमले किए जा रहे हैं. उसने भी इजरायली जनता से तेल अवीव को खाली करने को कहा है. 

रूस भी भड़का
उधर, रूस ने इजरायल से ईरान पर गैरकानूनी हमलों को तुरंत रोकने को कहा है. रूस ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देश राजनीतिक हित साधने के लिए हालात का फायदा उठा रहे हैं. ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन है. इस परमाणु तबाही होगी, जिसका असर इजरायल पर भी होगा. ईरान परमाणु हथियार न बनाने को लेकर एनपीटी संधि का पालन कर रहा है और अमेरिका से वार्ता को भी तैयार है. 

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