pakistan News: पाकिस्तान सरकार ने IMF को यकीन दिलाया है कि वह जुलाई 2025 तक पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को बेच देगा. PIA लंबे समय से भारी नुकसान में चल रही है और इसे बेचने की कोशिश पहले भी की गई थी, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिला. आखिर पाकिस्तान ऐसा क्यों कर रहा है. आइए जानते हैं..
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Pakistan: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है और देश कंगाली की कगार पर पहुंच गया है. हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को बेलआउट पैकेज दिया ताकि उसकी डूबती अर्थव्यवस्था को सहारा मिल सके. लेकिन IMF ने इसके बदले पाकिस्तान पर कई आर्थिक सुधार लागू करने का दबाव डाला है.
इसी कड़ी में, पाकिस्तान सरकार ने IMF को यकीन दिलाया है कि वह जुलाई 2025 तक पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को बेच देगा. PIA लंबे समय से भारी नुकसान में चल रही है और इसे बेचने की कोशिश पहले भी की गई थी, लेकिन कोई खरीदार नहीं मिला. लेकिन एक स्थानी रियल स्टेट कंपनी महज 10 अरब पाकिस्तानी रुपये की पेशकश की थी, जिसे सरकार ने खारिज कर दिया था.
PIA क्यों बेचना चाहता है पाकिस्तान?
PIA लंबे वक्त से भारी घाटे में चल रही है और IMF ने सुधारों के तहत नुकसान में चल रही सरकारी कंपनियों को बेचने की शर्त रखी है. IMF ने पाकिस्तान को 7 अरब डॉलर का लोन पैकेज स्वीकृत किया था, जिसका दूसरा किश्त करीब 1 अरब डॉलर का है. इसे प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान को IMF की टीम को यह यकीन दिलाना होगा कि वह देश आर्थिक सुधारों को लागू कर रहा है. IMF की टीम मौजूदा वक्त में पाकिस्तान में है और वह यह समीक्षा कर रही है कि सरकार आर्थिक सुधारों को लेकर कितनी गंभीर है.
अन्य सरकारी कंपनियों का निजीकरण
PIA के अलावा, पाकिस्तान सरकार 5 से 7 अन्य सरकारी कंपनियों को भी बेचने की योजना बना रही है. इनमें तीन वित्तीय संस्थान और तीन बिजली वितरण कंपनियां (फैसलाबाद, इस्लामाबाद और गुजरांवाला की बिजली कंपनियां) शामिल हैं. सरकार का कहना है कि ये कंपनियां दिसंबर 2025 तक बेची जा सकती हैं. हालांकि, ये सभी कंपनियां एक साथ बेची जाएंगी या अलग-अलग चरणों में, इसका फैसला वित्तीय सलाहकार की सिफारिशों के आधार पर किया जाएगा.
PIA की बिक्री में क्या दिक्कतें हैं?
सरकार अभी भी आश्वस्त नहीं है कि PIA को बेचने का यह दूसरी कोशिश सफल होगी या नहीं. पहले प्रयास में कई निवेशकों ने 18% बिक्री कर माफ करने और 45 अरब रुपये की देनदारियां हटाने की मांग की थी. सरकार ने पहले इसे ठुकरा दिया था, लेकिन अब IMF ने इन दोनों शर्तों को नरम कर दिया है, जिससे यह बिक्री संभव हो सकती है. इसके अलावा, यूरोपीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की इजजात मिलना भी एक बड़ा प्रोत्साहन हो सकता है, जिससे PIA की बिक्री में रुचि बढ़ेगी.
UAE के साथ बैंकिंग सौदे
वहीं, पाकिस्तान सरकार ने IMF को यह भी बताया है कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) 'फर्स्ट वीमेन बैंक लिमिटेड' को खरीदने में इंटरेस्ट रखता है. यह सौदा मई 2025 के आखिर तक पूरा हो सकता है. हालांकि, UAE इस बैंक को सरकार-से-सरकार (G2G) समझौते के तहत खरीदना चाहता है, न कि खुली बोली के जरिए. इसके अलावा, पाकिस्तान जरी तरक्कियाती बैंक लिमिटेड को बेचने के लिए एक फाइनेंशियल एडवाइजर की नियुक्ति की प्रक्रिया में है. सरकार इसे नवंबर 2025 तक बेचने की योजना बना रही है.
हाउस बिल्डिंग फाइनेंस कंपनी की बिक्री
सरकार अगले महीने हाउस बिल्डिंग फाइनेंस कंपनी को भी बेचने की योजना बना रही है. पहले भी इसकी बिक्री की कई बार समय-सीमा तय की गई थी, लेकिन बार-बार इसे आगे बढ़ाया जाता रहा है.