DNA Analysis: इजरायल भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर में सीजफायर करवाएगा. क्या बेंजामिन नेतन्याहू के पास वो फॉर्मूला है. जिससे डॉनल्ड ट्रंप को अपनी गलती का एहसास हो और वो भारत पर लगाए गए 50 परसेंट टैरिफ को कम या खत्म कर दें.
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DNA Analysis: दुनिया पर टैरिफ लगाने वाले डॉनल्ड ट्रंप को इसके साइड इफेक्ट्स भी झेलने पड़ रहे हैं. स्पेन और स्विटज़रलैंड ने रक्षा सौदों पर अमेरिका को झटका दिया, तो भारत ने भी 50 परसेंट टैरिफ के एलान के बाद अमेरिका से पी8आई विमानों की खरीद को होल्ड पर डाल दिया है.
लेकिन क्या भारत और अमेरिका के बीच ये टैरिफ वाली जंग जारी रहेगी. या फिर कोई फॉर्मूला निकल सकता है. इस बड़े सवाल के बीच आज भारत अमेरिका टैरिफ विवाद में इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की एंट्री हो गई. आज आपको भी जानना चाहिए जो देश अमेरिका और भारत दोनों का बहुत अच्छा दोस्त है.
क्या वही इजरायल भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर में सीजफायर करवाएगा. क्या बेंजामिन नेतन्याहू के पास वो फॉर्मूला है. जिससे डॉनल्ड ट्रंप को अपनी गलती का एहसास हो और वो भारत पर लगाए गए 50 परसेंट टैरिफ को कम या खत्म कर दें. ये बात क्यों हो रही है. सबसे पहले आपको ये जानना चाहिए.
#DNAWithRahulSinha | भारत-ट्रंप के बीच इजरायल कराएगा 'सीजफायर'? नेतन्याहू के पास भारत-ट्रंप समझौते का फॉर्मूला ? #DNA #DonaldTrump #USTariffWar #Israel #India @RahulSinhaTV pic.twitter.com/3qFvmLjJdV
— Zee News (@ZeeNews) August 8, 2025
आज इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद पर काफी बात की. पत्रकार उनसे इसलिए भी ये सवाल पूछ रहे थे. क्योंकि इज़रायल इस वक्त दुनिया में सिर्फ अमेरिका और भारत को ही अपना सच्चा दोस्त मानता है. इस टैरिफ विवाद पर नेतन्याहू ने जो सबसे बड़ी बात बोली उसके बारे में हम आपको सबसे पहले बताएंगे. नेतन्याहू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं. मैं प्रधानमंत्री मोदी को ट्रंप से निपटने के बारे में कुछ सलाह दूंगा, लेकिन निजी तौर पर. इस बयान के बाद ये सवाल उठ रहे हैं क्या बेंजामिन नेतन्याहू भारत और अमेरिका के बीच मध्यस्थता करवा सकते हैं और ट्रंप से निपटने के लिए वो प्रधानमंत्री मोदी को क्या सलाह दे सकते हैं. आज आपको इस पर विशेषज्ञों की राय भी जानना चाहिए.
आज आपको ये भी जानना चाहिए इज़रायल के प्रधानमंत्री ने भारत और अमेरिका की ट्रेड वॉर को लेकर और क्या-क्या कहा. क्योंकि इन्हीं बातों में इज़रायल का धर्मसंकट भी छिपा है.
-नेतन्याहू ने कहा भारत और अमेरिका के रिश्ते का आधार बहुत मजबूत है. यानि नेतन्याहू मानते हैं कि दोनों देशों के संबंध इतनी आसानी से खराब नहीं होंगे.
- इज़रायल के प्रधानमंत्री ने दोनों देशों को सलाह दी कि टैरिफ मुद्दे को सुलझाना भारत अमेरिका दोनों के हित में है. इसका मतलब इज़रायल का मानना है. मुद्दा नहीं सुलझा तो खामियाजा एक देश को नहीं दोनों देशों को उठाना पड़ेगा.
- नेतन्याहू ने कहा दोनों देशों के बीच समस्या का समाधान इजराइल के लिए भी अच्छा होगा. यानि नेतन्याहू उस स्थिति से बचना चाहते हैं कि उनको व्यापार या रक्षा समझौतों के लिए भारत और अमेरिका में से किसी एक देश को चुनना पड़े.
-आज आपको ये भी जानना चाहिए इज़रायल के लिए भारत और अमेरिका की दोस्ती होनी क्यों जरूरी है और दोनों देशों से इज़रायल के लिए कितने गहरे संबंध हैं.
-इज़रायल अमेरिका से सालाना चार लाख 15 हजार करोड़ रुपये का व्यापार करता है. यानि अमेरिका इज़रायल का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है. वहीं, भारत और इज़रायल के बीच सालाना 6 हजार 225 करोड़ रुपये का कारोबार होता है. दोनों देश पांचवे सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं.
-अमेरिका ने सिर्फ 2025 में इज़रायल को अब तक 3 हजार 164 करोड रुपये़ के हथियार दिए हैं. जबकि इज़रायल से 2020 में भारत ने 7 हजार 500 करोड़ के हथियार खरीदे थे.
-मिडिल ईस्ट में अमेरिका इज़रायल के साथ मजबूती से खड़ा है. वहीं दक्षिण एशिया में भारत ही इज़रायल का सबसे भरोसेमंद साझेदार है. यानि इज़रायल के लिए भारत और अमेरिका दोनों बहुत जरूरी हैं. और इसीलिए कहा जा रहा है अब इज़रायल. अमेरिका से अपने संबंधों का इस्तेमाल करके भारत और अमेरिका के टैरिफ वॉर को रोकने की कोशिश कर सकता है.