DNA Analysis: धराली में आई बाढ़ की कई तस्वीरें आपने देखी होंगी लेकिन इस सैलाब का असर क्या है. ISRO ने सैटेलाइट से ली गई धराली की तस्वीर साझा की है. त्रासदी से पहले और बाद की तस्वीरें जारी कर बाढ़ की विभिषिका दिखाई है.
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DNA Analysis: धराली में आई तबाही को अब 80 घंटे से ज्यादा वक्त हो चुका है. धराली में आई बाढ़ की कई तस्वीरें आपने देखी होंगी लेकिन इस सैलाब का असर क्या है, अब उसकी अंतरिक्ष से ली गई तस्वीर हम आपको दिखाने जा रहे हैं. ISRO ने सैटेलाइट से ली गई धराली की तस्वीर साझा की है. त्रासदी से पहले और बाद की तस्वीरें जारी कर बाढ़ की विभिषिका दिखाई है. 13 जुलाई की सैटेलाइट इमेज में प्रकृति की गोद में बसा सुंदर सा धराली गांव दिख रहा है लेकिन पांच अगस्त को आई बाढ़ में धराली गांव कैसे तबाह हो गया वो अब अंतरिक्ष से भी साफ साफ दिखाई दे रहा है.
धराली गांव में इस वक्त मंजर क्या है. उसकी अंतरिक्ष से ली गई तस्वीरें तो आपने देख ली लेकिन धराली की धरती पर मंजर कैसा है. हम आपको अब उसकी रिएलिटी रिपोर्ट दिखाते हैं. धराली में आई त्रासदी का असर ये हुआ है कि वहां पहुंचने के करीब करीब सारे रास्ते बंद हो चुके हैं. कहीं सड़क टूटी है तो कहीं पुल जी न्यूज़ रिपोर्टर सुरेंद्र डसीला जंगलों और नदियों को पार करते हुए धराली गांव पहुंचे. तीन दिन और 60 किलोमीटर के इस सफर में कहीं खाई थी तो कहीं सड़क के दो टुकड़े हो गए थे लेकिन उसके बावजूद जान हथेली पर रखकर ज़ी न्यूज़ की टीम धराली पहुंची. धराली में जिस जगह पर सैलाब आया था. वहां अब कैसा मंजर है. ये हम आपको आगे दिखाएंगे.
धराली के सैलाब की डरावनी 'आंखों देखी', तबाही के 80 घंटे बाद..कैसा है धराली गांव?
90 मिनट तक मौत से दो-दो हाथ की 'आंखों देखी'! धराली गांव से DNA EXCLUSIVE @RahulSinhaTV pic.twitter.com/CjMzVkI1Mv
— Zee News (@ZeeNews) August 8, 2025
लेकिन सबसे पहले हम आपको उस जांबाज से मिलवाते हैं जिनका वीडियो इस त्रासदी के बाद वायरल हुआ था. धराली में आई बाढ़ के बाद एक व्यक्ति बाढ़ में आई गाद को पार कर बाहर आता दिखाई दे रहा था. लोग इस शख्स को आवाज दे रहे थे रस्सी के सहारे इन्हें बाहर निकाला गया था. इस त्रासदी के 80 घंटे बाद बाढ़ से अपनी जान बचाकर निकले बलविंदर पवार हमें धराली गांव में मिले. इस त्रासदी की आंखों देखी बलविंदर से बेहतर कौन बता सकता है. कैसे वो घंटों छत से..मौत को बहते हुए देख रहे थे. कैसे उन्होंने अपनी जान बचाई आज बलविंदर खुद बताएंगे.
धराली में क्या हुआ था, धराली में अभी क्या हालात हैं. इसकी कई तस्वीरें आपने देखी लेकिन ड्रोन और हेलीकॉप्टर से असल हकीकत नहीं दिखा सकते हैं. इसके लिए धराली पहुंचना जरूरी था. सड़क मार्ग बंद हैं जी मीडिया रिपोर्टर नदी नालों और चट्टानों को पार करते हुए कैसे धराली पहुंचे. ये रास्ता कैसा था और धराली के हालात अभी क्या हैं. ये जानने के लिए आपको धराली गांव से हमारी EXCLUSIVE रिपोर्ट जरूर देखनी चाहिए.
धराली में जी मीडिया रिपोर्टर तो पहुंच गए लेकिन जांच और रेस्क्यू के लिए भारी भरकम मशीनों को पहुंचाना मुश्किल हो रहा है. सेना, ITBP, NDRF, SDRF समेत कई एजेंसियां धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं. डॉग स्क्वाड को भी तैनात किया गया है GROUND PENETRATING RADAR के जरिये मलबे में दबे लोगों की तलाश जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में कई हेलीकॉप्टर्स को तैनात किया गया है लेकिन लोगों को निकालने का सिलसिला अभी भी जारी है.
पूरे उत्तरकाशी जिले से अब तक 566 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है लेकिन 49 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. एक बाढ़ ने मिनट भर से भी कम समय में एक पूरे गांव को तबाह कर के रख दिया. कुदरत के क्रोध ने पूरे गांव का सर्वनाश कर दिया है. हम त्रासदी के बाद की तस्वीरें तो आपको दिखा रहे हैं लेकिन ये सिर्फ विनाश की तस्वीरें नहीं हैं. बल्कि हमारे आपके लिए एक सबक है कि प्रकृति से अगर छेड़छाड़ की तो कुदरत इसका बदला आज न कल जरूर लेगा.