यूक्रेन ने रूस में 4000KM अंदर घुसकर मचाई तबाही, ऐसे हमलों के लिए भारत कितना तैयार? सीख सकता है ये 5 बातें
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यूक्रेन ने रूस में 4000KM अंदर घुसकर मचाई तबाही, ऐसे हमलों के लिए भारत कितना तैयार? सीख सकता है ये 5 बातें

Ukraine Spider Web Drone Strike: हाल ही में यूक्रेन की ओर से रूस पर ड्रोन से हमले किए गए. ये हमले इतने भीषण थे कि इससे रूस के 40 एयरक्राफ्ट तबाह हो गए और 5 एयरबेस को नुकसान पहुंचा है.  

यूक्रेन ने रूस में 4000KM अंदर घुसकर मचाई तबाही, ऐसे हमलों के लिए भारत कितना तैयार? सीख सकता है ये 5 बातें

Ukraine Drone Attack In Russia: रूस-यूक्रेन के बीच पिछले 3 साल से जारी युद्ध में शांति की उम्मीद नहीं लौट रही है. बता दें कि यूक्रेन ने शांति वार्ता से पहले ही रूस के खिलाफ गुप्त अभियान चलाया है. इसमें कीव के सस्ते में बनाए गए ड्रोन रूसी इलाके में गहराई तक घुसे और उसके सैन्य हवाई क्षेत्रों में घुसकर हमला किया. इस ऑपरेशन का कोडनेम स्पाइडर वेब रखा गया था. भारत के ऑपरेशन सिंदूर के कुछ हफ्तों बाद ही हुआ है. 

भविष्य के सैन्य संघर्षों के लिए ड्रोन जरूरी
ड्रोन से केवल फोर्स ही नहीं बढ़ती बल्कि ये तेजी से युद्ध में मुख्य शक्ति बनते जा रहे हैं. स्पाइडर वेब अटैक इस बात की सबसे स्पष्ट पुष्टि हैं कि UAV या मानव रहित हवाई वाहन कोई नया नहीं हैं बल्कि ये भविष्य के युद्धों के लिए आधारशिला हैं. ये दुश्मन के इलाके में अंदर तक जाने के साथ ही वहां काफी नुकसान पहुंचाते हैं. इससे किसी पायलट की जान भी जोखिम में नहीं जाती है. 

मनावरहित सिस्टम की तरफ तेजी से बढ़ना होगा 
भारत ने अपने हेलीकॉप्टर, फाइटर जेट और एयर ट्रांसपोर्ट पर दशकों से काफी मेहनत की है, लेकिन यूक्रेन के स्पाइडर वेब से इसकी पुष्टि होती है कि वायु शक्ति का भविष्य मानव रहित, AI संचालित और लंबी दूरी का होने वाला है. भारत ने भले ही उस दिशा में शुरुआती तौर पर कदम उठाए हैं, लेकिन अभी यह उतनी तेजी से आगे नहीं बढ़ा है. यूक्रेनी ऑपरेशन से भारत को स्वदेशी ड्रोन, सशस्त्र UAV और ऑटोनॉमी लेड वेपन सिस्टम पर अधिक आक्रामक तरीके से आगे कदम बढ़ाना चाहिए. 

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गहरे हमले के अभियानों के लिए स्पाइडर्स वेब एक टेम्पलेट है
भारत के एयर डिफेंस ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान काफी शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन हमारे हाई वैल्यू टारगेट तक कुछ भी नहीं पहुंच सका. यूक्रेन के ड्रोन हमले से पता चलता है कि सबसे सुरक्षित और बेहद गहराई में स्थित दुश्मन का ठिकाना भी एक बेहद तेज तर्रार और अप्रत्याशित विरोधी से सुरक्षित नहीं बच सकता है. 

AI निर्देशित ड्रोन 
भारत को ऐसे हथियार, AI निर्देशित ड्रोन की आवश्यकता है जो धरती पर ही एयरफ्रेम को खोजकर उसे इनएक्टिव कर सकें. साथ ही ऐसे प्लेटफॉर्म की आवश्यकता है जो अधिक दूरी तक हमला करने में सक्षम हों. 

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भारत में ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र 
यूक्रेन के रूस में ड्रोन हमले से भारत के नए मिशन और रणनीति के बारे में सोचने के तरीके पर काफी असर पड़ेगा. इससे स्वार्म ड्रोन, स्टेल्थ UAV, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर पेलोड,सुसाइड ड्रोन,  और ऑटोनॉमस डीप स्ट्राइक सिस्टम में इंटरेस्ट और इन्वेस्टमेंट में उछाल होने की उम्मीद है.  

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