Lok Sabha Election 2024: इंदौर में NOTA ने तोड़े पिछले सारे रिकॉर्ड, क्यों कांग्रेस ने की थी ये बटन दबाने की अपील
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Lok Sabha Election 2024: इंदौर में NOTA ने तोड़े पिछले सारे रिकॉर्ड, क्यों कांग्रेस ने की थी ये बटन दबाने की अपील

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटों की गिनती हो रही है. शुरुआती रुझानों के मुताबिक एनडीए फिर से सरकार बनाती दिख रही है, लेकिन 400 का आंकड़ा जिसे पीएम मोदी अपनी हर रैलियों में बोला करते थे पार्टी उससे बहुत पीछे रहती हुई दिखाई दे रही है.

Lok Sabha Election 2024: इंदौर में NOTA ने तोड़े पिछले सारे रिकॉर्ड, क्यों कांग्रेस ने की थी ये बटन दबाने की अपील

नई दिल्लीः Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटों की गिनती हो रही है. शुरुआती रुझानों के मुताबिक एनडीए फिर से सरकार बनाती दिख रही है, लेकिन 400 का आंकड़ा जिसे पीएम मोदी अपनी हर रैलियों में बोला करते थे पार्टी उससे बहुत पीछे रहती हुई दिखाई दे रही है. विपक्षी गठबंधन इंडिया ने शानदार वापसी की है और अभी तक के रुझानों के अनुसार 224 सीटों पर बढ़त हासिल की है. 

  1. इंदौर में नोटा पर गिरे सबसे ज्यादा वोट 
  2. कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को दिया था टिकट
     

इंदौर में नोटा पर गिरे सबसे ज्यादा वोट 
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो मध्यप्रदेश के इंदौर ने इस बार नोटा के मामले ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में सबसे अधिक नोटा के मामले इंदौर से सामने आ रहे हैं. इंदौर में नोटा पर 51,864 वोट मिले हैं, जो पिछले चुनाव की तुलना में 204 अधिक है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक नोटा पर वोट बिहार के गोपालगंज में गिरे थे. तब गोपालगंज में 51,660 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना था. 

कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को दिया था टिकट
बता दें कि इंदौर में कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को टिकट दिया था लेकिन कांति बम ने पार्टी को जबरदस्त झटका देते हुए नामांकन के आखिरी दिन अपना पर्चा वापस ले लिया और तुरंत ही बीजेपी में शामिल हो गए. लिहाजा इस सीट पर 72 साल के इतिहास में कांग्रेस पहली बार चुनावी दौड़ से बाहर हो गई. 

साल 2013 में आया था नोटा का बटन 
इसके बाद कांग्रेस ने स्थानीय मतदाताओं से अपील की कि वे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर नोटा का बटन दबाकर भाजपा को सबक सिखाएं. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद साल 2013 में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM में नोटा के बटन को शामिल किया गया था.  

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