Explainer: दिल्ली में बन रहा मंदिर, फिर 300 KM दूर केदारनाथ में क्यों बरपा हंगामा?
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Explainer: दिल्ली में बन रहा मंदिर, फिर 300 KM दूर केदारनाथ में क्यों बरपा हंगामा?

Delhi Kedarnath Temple Dispute: दिल्ली में बन रहे एक मंदिर पर विवाद खड़ा हो गया है. उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने इसका भूमिपूजन किया था. लेकिन अब उत्तराखंड के ही केदारनाथ धाम से विरोध के स्वर उठ रहे हैं. आइए, जानते हैं कि इस मंदिर पर विवाद क्यों हो रहा है.

Explainer: दिल्ली में बन रहा मंदिर, फिर 300 KM दूर केदारनाथ में क्यों बरपा हंगामा?

नई दिल्ली: Delhi Kedarnath Temple Dispute: दिल्ली के बुराड़ी में बाबा केदार के एक मंदिर का निर्माण हो रहा है. लेकिन यहां से करीब 300 किलोमीटर दूर उत्तराखंड के केदारनाथ धाम से जुड़े पंडित-पुरोहित नाराज हैं. उनका दावा है कि इस मंदिर के निर्माण से करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई जा रही है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर एक मंदिर के निर्माण से इतना हंगामा क्यों बरप रहा है?

  1. दिल्ली के बुराड़ी में बन रहा मंदिर
  2. उत्तराखंड में हो रहा विरोध

क्यों भड़के उत्तराखंड के केदार धाम के पंडित-पुरोहित?
दिल्ली में बनाए जा रहे मंदिर का नाम 'श्री केदारनाथ दिल्ली धाम' रखा गया है. 3 एकड़ में बन रहे इस मंदिर का उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 10 जुलाई को भूमिपूजन किया. लेकिन जब उत्तराखंड के केदारनाथ धाम से जुड़े पंडितों तक ये खबर पहुंची कि दिल्ली में भी केदारनाथ के नाम से एक मंदिर का निर्माण हो रहा है, तो वे इसके विरोध में उतर आए. उनका तर्क है कि बाबा केदारनाथ का तीर्थ पहले से उत्तराखंड में है, अब दिल्ली में इसी तरह का एक मंदिर बनना तीर्थ की मर्यादा के खिलाफ है. यहां के पुरोहितों ने इसे उन लोगों की आस्था पर प्रहार बताया है, जो धामों के प्रति विश्वास रखते हैं.

इस बयान से बढ़ा विवाद
हाल ही में केदारनाथ धाम ट्रस्ट बुराड़ी के अध्यक्ष सुरेंद्र रौतेला ने एक बयान दिया था, जिसके बाद विवाद बढ़ा. उन्होंने कहा, 'जो बुजुर्ग केदारनाथ धाम जाने में असमर्थ हैं, वे अब दिल्ली में बाबा के दर्शन कर पाएंगे.' इसके बाद से उत्तराखंड के केदारनाथ धाम ट्रस्ट से जुड़े लोग नाराज हो गए.

शंकराचार्य बोले- लोग भ्रमित होंगे
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने भी दिल्ली में निर्माणाधीन मंदिर की मुखालिफत की है. उनका कहना है कि केदार तो पहले से ही हिमालय में हैं. फिर उनके नाम का मंदिर दिल्ली में कैसे बन सकता है. सबको केदार मंदिर का पता मालूम, अब उसे बदलने की क्या जरूरत है? आख़िरकार लोगों को भ्रमित क्यों कर रहे हैं? दिल्ली में केदारनाथ धाम बनाना अनाधिकार जैसा है. ऐसा नहीं होना चाहिए. हालांकि, बाद में श्रीकेदारनाथ धाम ट्रस्ट बुराड़ी ने सफाई भी पेश की. उन्होंने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ धाम नहीं, बल्कि केवल केदारनाथ मंदिर बन रहा है. इसका उत्तराखंड सरकार से कुछ लेना-देना नहीं है. 

CM पुष्कर सिंह धामी का क्या स्टैंड?
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली के मंदिर का भूमिपूजन किया, इसलिए वे भी इस विवाद से जुड़ गए हैं. विवाद देखते हुए उन्होंने कहा है कि बाबा केदार का धाम दुनिया में और कहीं नहीं बन सकता. यदि बाबा केदार के नाम से कहीं मंदिर बने तो इससे धाम की महिमा पर प्रभाव नहीं पड़ेगा. 

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