भारतीय सेना ने दिखाया अपना 'Vidhwansak' वेपन, ऑपरेशन सिंदूर में की थी पाक चौकियां तबाह, देखें- कितना खतरनाक है ये हथियार
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भारतीय सेना ने दिखाया अपना 'Vidhwansak' वेपन, ऑपरेशन सिंदूर में की थी पाक चौकियां तबाह, देखें- कितना खतरनाक है ये हथियार

Indian Army Vidhwansak news: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के हमलों का मुकाबला करने के लिए बीएसएफ ने इसका इस्तेमाल किया था. बताया गया कि विध्वंसक का इस्तेमाल करके पाकिस्तान की निगरानी चौकी को नष्ट किया गया.

भारतीय सेना ने दिखाया अपना 'Vidhwansak' वेपन, ऑपरेशन सिंदूर में की थी पाक चौकियां तबाह, देखें- कितना खतरनाक है ये हथियार

BSF Vidhwansak power: भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान पर प्रहार किया. भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया और धीरे-धीरे कर बताया कि आखिर कैसे पाकिस्तान को परास्त किया गया. अब इस कड़ी सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सोमवार को बताया कि किन हथियारों से सीमा पर पाकिस्तानी चौकियों को ध्वस्त किया गया. BSF ने कई तरह के हथियारों को दिखाया, जिसमें 'विध्वंसक' एंटी-मटेरियल राइफल भी शामिल है, जिसका इस्तेमाल ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाने के लिए किया गया था.

जम्मू में बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय में एक हथियार प्रदर्शनी के दौरान BSF ने इन्हें दिखाया. कार्यक्रम की वीडियो में BSF कर्मियों को एंटी-मटेरियल राइफल (AMR), स्वचालित ग्रेनेड लांचर प्रणाली और अन्य भारी हथियारों के इस्तेमाल का प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया.

BSF अधिकारी राकेश कौशिक ने बताया कि 'विध्वंसक' की रेंज 1800 मीटर और 1300 मीटर है. जरूरत के हिसाब से बैरल, बोल्ट और मैगजीन बदले जाते हैं. एक मैगजीन में तीन राउंड होते हैं. यह दुश्मन के पिलबॉक्स, बंकर और हथियारबंद कारों को नष्ट कर देता है. यह भारत में बना है और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसने सभी दिए गए लक्ष्यों को नष्ट कर दिया. बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि मीडियम मशीन गन को तीन कर्मचारी चलाते हैं.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के हमलों का मुकाबला करने के लिए बीएसएफ ने इसका इस्तेमाल किया था. बताया गया कि विध्वंसक का इस्तेमाल करके पाकिस्तान की निगरानी चौकी को नष्ट किया गया. अधिकारी ने बताया, 'यह 650-1000 राउंड प्रति मिनट की दर से फायर करता है और अपनी गति से बहते पानी को भी रोक सकता है...इसका बहुत बड़ा असर होता है. राइफल की रेंज में आने वाली चौकी भी नष्ट कर दी गई.'

BSF अधिकारी राम निवास ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यह ऑटोमेटिक ग्रेनेड सिस्टम दुश्मन की चौकियों, ठिकानों और उनके बुलेटप्रूफ वाहनों को नष्ट करने में बहुत सफल साबित हुआ. इसकी रेंज 1700-2100 मीटर है. इससे दागे गए ग्रेनेड का मारक क्षेत्र 10 मीटर है. इसकी मारक क्षमता बहुत प्रभावी है.

 

BSF अधिकारी रविकांत ने 12.7 mm एंटी क्राफ्ट गन के बारे में बताया कि यह बेल्ट लोडेड क्रू हथियार है, जिसे तीन जवान चलाते हैं. इसकी रेंज दो किलोमीटर है. यह दुश्मन की कारों और टैंकों को नष्ट करने में उपयोगी है. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर बहुत अच्छा रहा, जो भी हमारे सामने आया, उसे नष्ट कर दिया गया. उन्होंने बताया कि इस गन ने दुश्मन को अपनी BOP (बॉर्डर आउटपोस्ट) छोड़ने पर मजबूर कर दिया.

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