इंडियन एयरफोर्स को इजरायल देगा दुश्मनों की 'मौत का सामान', नाम सुनते ही चीन-पाक में मची खलबली
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इंडियन एयरफोर्स को इजरायल देगा दुश्मनों की 'मौत का सामान', नाम सुनते ही चीन-पाक में मची खलबली

Israel India defence deal: इजरायल की 'एयर लॉरा' और 'सी ब्रेकर' जैसी मिसाइलें भारतीय सेना को दुश्मन के ठिकानों पर लंबी दूरी से ही सटीक और विनाशकारी हमला करने की क्षमता देंगी.

इंडियन एयरफोर्स को इजरायल देगा दुश्मनों की 'मौत का सामान', नाम सुनते ही चीन-पाक में मची खलबली

Israel Air LORA Sea Breaker missile deal: भारत-इजरायल की दोस्ती केवल जुबान तक ही नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना भी है. ऐसे में, इजरायल ने भारतीय वायुसेना और नौसेना के लिए ऐसे दो घातक हथियारों का ऑफर दिया है. जिसकी ताकत जानते ही दुश्मनों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे. बता  दें, हाल ही में एक इजरायली रक्षा प्रतिनिधिमंडल ने भारत का दौरा किया और भारतीय वायुसेना के साथ 'एयर लॉरा' (Air LORA) और नौसेना के लिए 'सी ब्रेकर' (Sea Breaker) मिसाइल सिस्टम पर महत्वपूर्ण बातचीत की है. यह बातचीत भारत की रक्षा आधुनिकीकरण योजना का एक अहम हिस्सा है, जिसका मकसद सेनाओं को दुनिया के सबसे एडवांस्ड और घातक हथियार सिस्टम से लैस करना है.

  1. इजरायल निर्मित हैं दोनों ही घातक मिसाइलें
  2. वायुसेना-नौसेना की ताकत में होगा इजाफा

क्या हैं एयर लॉरा और सी ब्रेकर मिसाइलें?
एयर लॉरा (Air LORA)- यह एक एयर-लॉन्चड बैलिस्टिक मिसाइल यानी हवा से लॉन्च होने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने बनाया है. इसे फाइटर जेट से लॉन्च किया जा सकता है और यह लंबी दूरी तक दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों, कमांड सेंटर्स, एयरफील्ड्स या जहाजों को सटीक निशाना बना सकती है. वहीं, हाई प्रिसीजन और कम समय में टारगेट को हिट करने की क्षमता इसकी सबसे बड़ी खासियत है

सी ब्रेकर (Sea Breaker)- यह भी IAI द्वारा बनाई गई एक एडवांस्ड प्रेसिजन गाइडेड मिसाइल है, जिसे खास तौर पर नौसेना के जहाजों और तटीय रक्षा प्रणालियों के लिए डिजाइन किया गया है. यह मिसाइल समुद्र में जहाजों को नष्ट करने और तटीय लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम है. इसकी खासियत इसका 'स्टील्थ' मोड और मल्टी-डायरेक्शनल हमला करने की क्षमता है, जिससे इसे इंटरसेप्ट करना मुश्किल होता है.

इजरायल ने सेनाओं से की बातचीत
इजरायली प्रतिनिधिमंडल के साथ यह बातचीत भारतीय वायुसेना और नौसेना की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर की गई है. बता दें, भारतीय वायुसेना के लिए एयर लॉरा मिसाइल IAF को दुश्मन के हवाई क्षेत्र में घुसने के जोखिम के बिना, लंबी दूरी से ही उनके रणनीतिक लक्ष्यों को निशाना बनाने की क्षमता देगी. वहीं, भारतीय नौसेना के लिए सी ब्रेकर मिसाइल दुश्मन के युद्धपोतों और तटीय रक्षा प्रणालियों के खिलाफ एक घातक हथियार देगी.

मेक इन इंडिया और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर
इन मिसाइल सिस्टम पर बातचीत में मेक इन इंडिया पहल के तहत इनके कुछ कंपोनेंट्स या पूरे सिस्टम को भारत में ही बनाने की संभावना पर भी चर्चा हुई है. अगर ऐसा होता है तो यह न केवल भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देगा, बल्कि हमें इन अत्याधुनिक मिसाइलों की टेक्नोलॉजी और रखरखाव में भी आत्मनिर्भर बनाएगा.

ऐसे में, इन अत्याधुनिक मिसाइल प्रणालियों से चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसियों के मुकाबले भारत की रक्षा क्षमता में जबरदस्त इजाफा होगा.

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प्रशांत सिंह

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