भारत का सपना होगा साकार, फाइटर जेट के लिए बनेगा पहला देसी इंजन! इस जेट पर होगी फर्स्ट टेस्टिंग
Advertisement
trendingNow12810349

भारत का सपना होगा साकार, फाइटर जेट के लिए बनेगा पहला देसी इंजन! इस जेट पर होगी फर्स्ट टेस्टिंग

Kaveri Engine With Tejas Fighter Jet: भारत स्वदेशी कावेरी इंजन के विकास को तेज करने वाला है.रक्षा मंत्रालय से नई फंडिंग को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. कावेरी इंजन को तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) पर टेस्ट किया जाएगा. ब्रह्मोस एयरोस्पेस नया आफ्टरबर्नर डिजाइन करेगा, जो 80 kN थ्रस्ट प्रदान करेगा. यह इंजन तेजस जैसे लड़ाकू विमानों के लिए उपयुक्त होगा.

भारत का सपना होगा साकार, फाइटर जेट के लिए बनेगा पहला देसी इंजन! इस जेट पर होगी फर्स्ट टेस्टिंग

Kaveri Engine With Tejas Fighter Jet: भारत रक्षा के क्षेत्र में तेजी से आगे दौड़ रहा है. आधुनिक तकनीक वाले नए-नए हथियार डिजाइन हो रहे हैं. भारत का लंबे समय से ये सपना रहा है कि वह लड़ाकू विमान के लिए खुद का स्वदेशी इंजन विकसित करे. अब ये सपना साकार होता नजर आ रहा है. रक्षा मंत्रालय से जल्द ही कावेरी इंजन कार्यक्रम के लिए नई फंडिंग को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इससे कावेरी इंजन के विकास को रफ्तार मिलेगी.

  1. कावेरी इंजन के विकास को मिलेगी रफ्तार
  2. तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट पर होगा टेस्ट

इस जेट पर होगा कावेरी इंजन की टेस्टिंग
कावेरी इंजन की टेस्टिंग भारत के ताकतवर फाइटर जेट तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Tejas LCA) पर होगी.  GTRE को ड्राई कावेरी इंजन को नए आफ्टरबर्नर के साथ तेजस LCA के एक पुराने लिमिटेड सीरीज प्रोडक्शन (LSP) मॉडल पर इंटीग्रेट करने का प्लान है. 

ब्रह्मोस एयरोस्पेस डिजाइन करेगा नया आफ्टरबर्नर 
सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें बनाने के लिए 'ब्रह्मोस एयरोस्पेस' को जाना जाता है. अब कावेरी इंजन के लिए एक नया आफ्टरबर्नर डिजाइन करने का जिम्मा भी ब्रह्मोस एयरोस्पेस को ही सौंपा गया है. यह आफ्टरबर्नर 29 kN अधिक थ्रस्ट पैदा करेगा, जिससे ड्राई कावेरी इंजन का कुल थ्रस्ट 80 kN तक पहुंच सकता है. ड्राई कावेरी इंजन बिना आफ्टरबर्नर के 49-50 kN थ्रस्ट पैदा करता है.

फंडिंग से रास्ता साफ हुआ
नया आफ्टरबर्नर इसे तेजस जैसे ह्यूमन कंट्रोल फाइटर जेट्स के लिए कारगर बनाता है. रक्षा मंत्रालय से फंडिंग को मंजूरी मिलने के बाद ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा स्वदेशी आफ्टरबर्नर के विकास को गति मिलेगी. इससे तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट पर इंजन को इंटीग्रेट करने का रास्ता साफ हो जाएगा.

कावेरी इंजन का इस्तेमाल और कहां हो सकता है?
कावेरी इंजन का इस्तेमाल न सैन्य विमानों ही नहीं, बल्कि मरीन गैस टरबाइन और सिविल एविएशन में भी हो सकता है. भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के साथ सहयोग से मरीन और औद्योगिक गैस टरबाइन विकसित किए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- ब्रह्मोस का मलबा भी चीन के लिए 'खजाना', इंडियन मिसाइल का सीक्रेट जानने के लिए इतना गिर गया ड्रैगन!

Trending news

;