वक्त के साथ कुत्ते पालने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह अभी शुरू हुआ है, यह इंसानों के साथ कुत्तों की वफादारी और दोस्ती का रिश्ता सालों पुराना है. इस दोस्ती को बहुत गहरा माना जाता है. यहां तक कि वैज्ञानिकों ने इस पर बहुत सारी रिसर्च भी की है.
कुत्ते और इंसानों के रिश्ते को बहुत पुराना माना जाता है, लेकिन अमेरिका में हुई एक रिसर्च से पता चला है कि इन दोनों की दोस्ती लगभग 12 हजार साल से भी पुरानी है. यूनिवर्सिटी ऑफ अलास्का फेयरबैंक्स और यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के वैज्ञानिकों ने अलास्का में मिले प्राचीन अवशेषों, DNA और खाने के पैटर्न पर रिसर्च कर ये अहम रिपोर्ट जारी की है.
रिसर्च के अनुसार, उत्तरी इलाकों जैसे सबआर्कटिक और आर्कटिक में इंसानों और कुत्तों जैसे भेड़िए, कुत्ते और कोयोट के बीच अनोखा रिश्ता रहा है. इस रिसर्च को 'साइंस एडवांसेज' नाम की पत्रिका में प्रकाशित भी किया जा चुका है.
अब सवाल ये उठता है कि इंसानों और कुत्तों की दोस्ती पर रिसर्च की कैसे गई है. इसके आधार और पैमाने क्या रहे होंगे. तो बता दें कि साइंटिस्ट ने कुत्तों के पुराने फॉस्सिल फॉइल पर अध्ययन किया. उनके DNA टेस्ट से पता चला कि इंसानों से जुड़े कुत्ते उन जंगली कुत्तों से अलग थे, जिनकी इंसानों के साथ दोस्ती या संपर्क नहीं था.
इसके अलावा खाने पर की गई रिसर्च में सामने आया कि कुत्तों ने इंसानों के साथ खाना खाया है, जिसमें सैल्मन मछली शामिल है. ऐसा कहा जाता है कि इंसान अपना शिकार कुत्तों के साथ बांटकर खाते थे.
यूनिवर्सिटी ऑफ अलास्का फेयरबैंक्स के प्रोफेसर बेन पॉटर ने कुत्तों के सैल्मन खाने पर बताया है कि जंगली कुत्ते शायद ही सैल्मन खाते हैं. वहीं रिसर्च के अनुसार कुत्ते सैल्मन मछली का सेवन करते थे. जिसके कारण माना जाता है कि जंगली कुत्तों को ही पालतू बनाया गया. लेकिन क्या वे पालतू थे यह सवाल अभी भी है.
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