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दुनिया की सबसे पहली घड़ी, 38 साल पहले कीमत थी ₹1100; अब तो अंतरिक्ष छू गए दाम!

दुनिया की सबसे पहली पॉकेट वॉच Watch 1505 को पीटर हेनलेन ने 1505 में बनाया था. यह घड़ी लंदन के कबाड़ी बाजार से मिली थी. इसकी बनावट गोल थी और डायल पर रोमन व अरबी अंक थे. आज इसकी कीमत करोड़ों में आंकी गई है. यह घड़ी इतिहास का अनमोल हिस्सा है.

किसने बनाई थी पहली घड़ी?

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किसने बनाई थी पहली घड़ी?

दुनिया की सबसे पहली पॉकेट वॉच को 'Watch 1505' या 'Pomander Watch' कहा जाता है. इसे पीटर हेनलेन (Peter Henlein) नाम के जर्मन घड़ी निर्माता ने साल 1505 में बनाया था. हेनलेन को आज भी पोर्टेबल घड़ियों (छोटी, जेब में रखने लायक घड़ी) का इन्वेंटर माना जाता है.

कब और कैसे मिली यह घड़ी?

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कब और कैसे मिली यह घड़ी?

1987 में लंदन के एक कबाड़ मार्केट में एक युवा कलाकार ने यह घड़ी सिर्फ 10 पाउंड में खरीद ली थी. उस वक्त उसे नहीं पता था कि यह घड़ी इतनी खास है. बाद में यह घड़ी कई लोगों के पास से होती हुई 2002 में एक्स्पर्ट्स के हाथ लगी, जहां इसकी असल पहचान सामने आई.

कैसी दिखती है यह घड़ी?

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कैसी दिखती है यह घड़ी?

इस घड़ी की बनावट एक छोटे से गोल डिब्बे जैसी है, जिसे 'पोमैंडर' कहा जाता था. इसका डायल (dial) बहुत खूबसूरती से डिजाइन किया गया है और इस पर रोमन और अरबी दोनों तरह के नंबर बने हैं. ये दिखाता है कि उस समय यूरोपीय और मध्य-पूर्वी डिजाइन को मिलाकर बनाया गया था.

असली होने का सबूत क्या है?

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असली होने का सबूत क्या है?

इस घड़ी की गहराई से जांच की गई जिसमें पाया गया कि इसके अंदर 1505 की तारीख खुदी हुई है और साथ ही 'PHN' नाम भी लिखा है, जो Peter Henlein के नाम का छोटा रूप माना गया. इसकी जांच जर्मनी के एक्सपर्ट्स ने की थी और इसे असली माना गया.

कैसे चलती थी यह घड़ी?

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कैसे चलती थी यह घड़ी?

घड़ी पूरी तरह मेटल से बनी है और इसमें बैलेंस स्प्रिंग जैसी तकनीक का इस्तेमाल हुआ था, जो उस समय बहुत नया था. इसका वजन लगभग 38 ग्राम था और यह एक टाइम सेटिंग नॉब से ऑपरेट होती थी, जैसे आजकल की घड़ियों में होता है.

इतिहास में क्यों खास है ये वॉच?

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इतिहास में क्यों खास है ये वॉच?

यह घड़ी सिर्फ समय बताने का यंत्र नहीं थी, बल्कि उस दौर की तकनीकी सोच और कला का जीता-जागता उदाहरण है. पीटर हेनलेन ने ये दिखाया कि कैसे समय को जेब में रखा जा सकता है. इससे पहले घड़ियां सिर्फ दीवारों या टावरों में होती थीं.

आज इसकी कीमत कितनी है?

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आज इसकी कीमत कितनी है?

2014 में Antique Week मैगजीन ने इसका मूल्य 50 से 80 मिलियन डॉलर (लगभग 381 से 611 करोड़ रुपए) तक आंका था. यह वॉच आज किसी प्राइवेट कलेक्शन या सुरक्षित तिजोरी (locker) में रखी गई है. इसकी सही लोकेशन को गोपनीय रखा गया है.

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