वो जासूस, जिसने सीरिया के पूरे पावर सेंटर को बेवकूफ बनाकर युद्ध हरवाया, इजरायल को फिर आई उसकी याद
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वो जासूस, जिसने सीरिया के पूरे पावर सेंटर को बेवकूफ बनाकर युद्ध हरवाया, इजरायल को फिर आई उसकी याद

गोलान हाइट्स में सीरियाई सैन्य ठिकानों में एक शख्स पहुंचता है, जो सीरिया में एक 'बिजनेसमैन' है लेकिन वो अधिकारियों को सैनिकों को गर्मी से बचाने के लिए यूकेलिप्टिस के पेड़ लगाने की सलाह देता है और सीरियाई सैन्य अधिकारी उस सलाह को मान लेते हैं.

वो जासूस, जिसने सीरिया के पूरे पावर सेंटर को बेवकूफ बनाकर युद्ध हरवाया, इजरायल को फिर आई उसकी याद

नई दिल्लीः गोलान हाइट्स में सीरियाई सैन्य ठिकानों में एक शख्स पहुंचता है, जो सीरिया में एक 'बिजनेसमैन' है लेकिन वो अधिकारियों को सैनिकों को गर्मी से बचाने के लिए यूकेलिप्टिस के पेड़ लगाने की सलाह देता है और सीरियाई सैन्य अधिकारी उस सलाह को मान लेते हैं. 

  1. डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर बनने वाले थे
  2. सीरिया ने इजरायल को नहीं सौंपा शव

कहा जाता है कि यही पेड़ 1967 के मिडिल ईस्ट वॉर में इजरायल से सीरिया की हार की वजह बनते हैं और जो सीरियाई बिजनेसमैन इसका आईडिया देते हैं, वो और कोई नहीं बल्कि इजरायली जासूस एली कोहेन थे. ये वाकया नेटफ्लिक्स पर एली कोहेन की जिंदगी पर आधारित 'द स्पाई' वेब सीरीज में भी दिखाया गया है.

डिप्टी डिफेंस मिनिस्टर बनने वाले थे

कहा जाता है कि एली कोहेन ने सीरिया की सरकार में इतने गहरे रिश्ते बना लिए थे कि सीरियाई राष्ट्रपति अमीन अल-हफीज बिजनेसमैन कामिल अमीन थाबेत की पहचान वाले इस इजरायली जासूस को सीरिया का डिप्टी रक्षा मंत्री तक बनाने का फैसला कर चुके थे. लेकिन जनवरी 1965 में वह पकड़े गए थे. उनको सीरिया के काउंटर इंटेलिजेंस अफसरों ने ट्रांसमिशन भेजते समय पकड़ लिया था. उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी. सीरियाई राजधानी दमिश्क में एक सार्वजनिक चौराहे पर उन्हें फांसी दी गई थी. 

सीरिया ने इजरायल को नहीं सौंपा शव

एली कोहेन को सार्वजनिक रूप से फांसी देने के बाद सीरिया ने कभी उनके शव को इजरायल को नहीं सौंपा. लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो अब इजरायल ने फिर से सीरिया से उनका शव वापस लाने की मांग तेज कर दी है. 

सीरिया में तख्तापलट के बाद इजरायली अधिकारी एली कोहेन के अवशेषों को लाने की कोशिशें तेज कर रहे हैं. वहीं सीरिया एली कोहेन का शव कहां दफनाया गया, इस बारे में कभी नहीं बताता है. यहां तक कि सीरिया ने यह न पता चले कि उनका शव कहां है, इसके लिए कई बार उनकी कब्र की जगह बदली.

कौन थे एली कोहेन

बता दें कि एली कोहेन का जन्म 1924 में मिस्र में हुआ था. वह सीरियाई-यहूदी परिवार में पैदा हुए थे. इजरायल के अस्तित्व में आने के बाद मिस्र के यहूदी परिवार वहां चले गए. कोहेन का परिवार भी इजरायल चल गया था. हालांकि कोहेन पढ़ाई के लिए मिस्र में रुक गए थे और बाद में इजरायल आए. 1957 में वह इजरायल आ गए और दो साल बाद इराकी-यहूदी महिला नादिया मजाल्द से हुई. एली कोहेन 1960 में इजरायली खुफिया विभाग में भर्ती हुए थे. इससे पहले वह ट्रांसलेटर और अकाउंटेंट का काम करते थे.

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